- लोग आजकल मुंह पर ताला लगाने की सलाह दे रहे हैं: अमिताभ बच्चन
- किसान सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित समिति से खुश नहीं, मगर जारी रखेंगे बातचीत : टिकैत
- हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि किसानों के साथ चर्चा के माध्यम से कोई रास्ता निकल आए : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
- भारत में कोरोना के 15,590 नए मामलों की पुष्टि, 191 मौतें
- मप्र सरकार पन्ना की हीरा खदान को चालू रखने को राजी
मुख्यमंत्री केजरीवाल का कोरोना टेस्ट निगेटिव

हाईलाइट
- मुख्यमंत्री केजरीवाल का कोरोना टेस्ट निगेटिव
नई दिल्ली, 9 जून (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को अपना कोरोना टेस्ट करवाया। मुख्यमंत्री द्वारा करवाए गए कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आ चुकी है। केजरीवाल कोरोना से पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया है।
मुख्यमंत्री को बुखार और गले में खराश की शिकायत थी। जिसको देखते हुए उनका कोरोना टेस्ट किया गया। टेस्ट की रिपोर्ट मंगलवार शाम आ गई।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत ठीक नहीं है। उन्हें बुखार है और गले में कफ है। इसीलिए मुख्यमंत्री ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। वह कोई बैठक भी नहीं कर रहे हैं।
हालांकि अब कोरोना टेस्ट नेगेटिव आने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सामान्य रूप से अपना कार्य कर सकेंगे।
मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना सैंपल दिया था। इससे पहले मुख्यमंत्री स्वयं को पहले ही सभी सरकारी कार्यक्रमों एवं बैठकों से अलग कर चुके थे। सोमवार को उन्होंने किसी अधिकारी से मुलाकात नहीं की। मुख्यमंत्री ने स्वयं को अपने आवास के अंदर आइसोलेशन में रखा था।
दिल्ली सरकार के अधिकारियों के मुताबिक इससे पहले रविवार सुबह मुख्यमंत्री ने एक कैबिनेट बैठक की थी। इस बैठक में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन सहित कई मंत्रियों ने हिस्सा लिया था। बैठक में मुख्य सचिव विजय देव भी मौजूद थे। हालांकि बुखार आने के उपरांत मुख्यमंत्री ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए।
आज यानी मंगलवार को स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट की एक अहम बैठक हुई । इस बैठक में दिल्ली में कोरोना की स्थिति जानकारी दी गई। लेकिन सावधानी बरतते हुए मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुए। उनके स्थान पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बैठक में शिरकत की।
दिल्ली में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। जुलाई के अंत तक दिल्ली में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़कर साढ़े पांच लाख तक पहुंच जाएगी है। यह खुलासा स्वयं दिल्ली सरकार ने किया है।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ऐसी स्थिति में कोरोना रोगियों का उपचार करने के लिए दिल्ली के अस्पतालों में कम से कम 80 हजार बेड की आवश्यकता होगी।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।