CBI डायरेक्टर को छुट्टी पर भेजने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे कांग्रेस नेता खड़गे

Congress in Supreme Court against govt decision to send Alok Verma on leave
CBI डायरेक्टर को छुट्टी पर भेजने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे कांग्रेस नेता खड़गे
CBI डायरेक्टर को छुट्टी पर भेजने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे कांग्रेस नेता खड़गे
हाईलाइट
  • CBI में टॉप के 2 अफसरों के बीच घमासान के बाद केन्द्र सरकार ने दोनों को छुट्टी पर भेज दिया था
  • खड़गे ने याचिका दायर कर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के फैसले को अवैध बताया है
  • मल्लिकार्जुन खड़गे CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। CBI में मचे घमासान पर चल रही राजनीतिक जंग अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। केन्द्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ खड़गे ने याचिका दायर की है। याचिका में खड़गे ने केन्द्र सरकार द्वारा आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के फैसले को अवैध  बताया है।

खड़गे ने याचिका में कहा है, "CBI डायरेक्टर को पीएम मोदी ने अकेले फैसला लेते हुए छुट्टी पर भेज दिया, जो कि CBI अधिनियम का उल्लंघन है। CBI डायरेक्टर को नियुक्त करने या उन्हें हटाने का फैसला प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और नेता प्रतिपक्ष की तीन सदस्यीय समिति ही कर सकती है।" खड़गे ने यह भी कहा कि केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) के पास CBI डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है।"

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में इस मामले से जुड़ी आलोक वर्मा की याचिका पर 26 अक्टूबर को सुनवाई हुई थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने इस पूरे मामले की जांच के लिए CVC को 2 हफ्तों का समय दिया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि देशहित में इस मामले को ज्यादा लम्बा नहीं खींच सकते। बता दें कि आलोक वर्मा की ओर से दायर की गई याचिका सरकार के उस आदेश के खिलाफ है, जिसमें उनसे चार्ज वापस लेते हुए उन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया था।

गौरतलब है कि 15 अक्टूबर को CBI स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। इसमें कहा गया था कि एक केस को रफा-दफा करने के लिए अस्थाना ने करोड़ों रुपए की रिश्वत ली है। इससे पहले, राकेश अस्थाना ने 24 अगस्त को कैबिनेट सचिव को एक विस्तृत पत्र लिखकर CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के 10 मामले गिनाए थे।

मामले बढ़ने के बाद सरकार ने CBI के दोनों टॉप अफसरों को छुट्टी पर भेज दिया था। आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजे जाने के बाद CBI में जॉइंट डायरेक्टर की जिम्मेदारी संभाल रहे एम नागेश्वर को CBI का अंतरिम डायरेक्टर बना दिया गया है। आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के ऑफिसों को भी सील कर दिया गया है। विपक्षी दल CBI में चल रहे इस घमासान को राफेल सौदे से जोड़कर देख रहे हैं और लगातार केन्द्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
 

Created On :   3 Nov 2018 5:42 PM IST

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