शुक्रवार को भी देशभर में बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, मुंबई 90.57 रुपए लीटर हुआ पेट्रोल
- कोलकाता में पेट्रोल 84.82 रुपये प्रति लीटर
- डीजल 76.09 रु लीटर
- चेन्नई में पेट्रोल 86.28 रुपये प्रति लीटर
- डीजल 78.49 रु लीटर
- देशभर में बड़े पेट्रोल-डीजल के दाम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तेल की कीमतों में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बढ़ोतरी शुक्रवार को भी जारी रही। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम 22 पैसे प्रति लीटर बढ़कर अब 83.22 रुपए हो गए हैं, डीजल के भाव भी 18 पैसे बढ़कर 74.42 रु/प्रति लीटर हो गए है। वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी पेट्रोल के दाम में 22 पैसे की बढ़ोतरी की गई। अब पेट्रोल यहां 90.57 रु/लीटर की दर से बिक रहा है। मुंबई में डीजल की कीमत 79.01 रु/प्रति लीटर हो गई है, डीजल के दाम में 19 पैसे की बढ़ोरी हुई। दिल्ली, मुंबई समेत देशभर में पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है।
Petrol Diesel prices in #Delhi are Rs 83.22 per litre (increase by Rs 0.22) Rs 74.42 per litre (increase by Rs 0.18), respectively. Petrol Diesel prices in #Mumbai are Rs 90.57 per litre (increase by Rs 0.22) Rs 79.01 per litre (increase by Rs 0.19), respectively. pic.twitter.com/TwLKUcRFk3
— ANI (@ANI) September 28, 2018
कोलकाता-चेन्नई में यह है भाव
दिल्ली से लेकर कोलकाता तक आम जनता पेट्रोल -डीजल के दामों में रोजाना हो रही बढ़ोतरी से परेशान है। कोलकाता में पेट्रोल 84.82 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 76.09 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं चेन्नई में भी तेल के दामों में इजाफा हुआ है, यहां पेट्रोल 86.28 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 78.49 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचा जा रहा है।
दो माह से रोजाना बढ़ रहे दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में जारी बढ़ोतरी का दौर पिछले महीने अगस्त की पहली तारीख को शुरू हुआ था जो अब तक जारी है। लगभग 2 महीनों से रोजाना हो रही बढ़ोतरी में सिर्फ तीन-चार दिन ही ऐसे बीते जिनमें तेल की कीमतों में इजाफा न हुआ हो। हालांकि जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां जरूर तेल के दामों में जनता को राहत मिल सकती है।
कर कटौती से राहत नहीं
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पेट्रोलियम उत्पादों पर लगने वाले कर को कम करने की मांग पर बुधवार को कहा कि इस तरह की कटौती से ज्यादा समय तक राहत नहीं मिलेगी,इसका कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भारी अस्थिरता है। प्रधान ने कहा कि ऐसे समय में अगर केंद्र सरकार उत्पाद शुल्क और राज्यों के वेट में कमी का कोई उपाय करती है तो भी उसका असर कुछ दिन ही रहेगा।
Created On :   28 Sept 2018 8:30 AM IST