मप्र में अतिवृष्टि से 7 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित

Crop affected in 7 lakh hectare area due to excessive rainfall in MP
मप्र में अतिवृष्टि से 7 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित
मप्र में अतिवृष्टि से 7 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित
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  • मप्र में अतिवृष्टि से 7 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित

भोपाल, 31 अगस्त (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में हुई भारी बारिश ने 14 जिलों में लगभग सात लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलों को प्रभावित किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का सोमवार को लगातार तीसरे दिन दौरा किया और प्रभावितों को हर संभव मदद और पुनर्वास के लिए आवश्यक प्रयास किए जाने के अधिकारियों केा निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री चौहान तीसरे दिन भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने निकले। होशंगाबाद जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए विकासखंड बाबई के सर्वाधिक प्रभावित ग्राम बालाभेंट तक आर्मी के जवानों के साथ नाव से पहुंचे। लगभग आधे घंटे की दूरी नाव से तय कर गांव पहुंचे मुख्यमंत्री ने हालात का जायजा लिया और ग्रामीणों का हाल जाने।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामवासियों से संवाद करते हुए कहा कि वे किसी बात की चिंता न करें, उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी। इस मौके पर उन्होंने ग्रामवासियों को भोजन के पैकेट और पानी की बोतलें भी वितरित कीं।

अतिवर्षा से तवा नदी के बैकवाटर से जलमग्न हुए ग्राम बालाभेंट में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूरे गांव में चाक-चौबंद इंतजामों के लिए प्रशासन अपेक्षित कार्यवाही करेगा। ग्रामीण चिंता न करें, हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि अतिवर्षा और बाढ़ से हुए नुकसान के कारण किसान चिंतित नहीं हों। सरकार एक्शन में है और उनके साथ है। फसल बीमा योजना और आरबीसी के प्रावधानों को मिलाकर नुकसान की भरपाई की हरसंभव व्यवस्था कर पुनर्वास के सभी प्रयास होंगे। प्रदेश के 14 जिलों में लगभग सात लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं। अब अधिकांश जगह जलस्तर कम हो रहा है, स्थिति नियंत्रण में है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत शिविर में भोजन, पेयजल आदि की व्यवस्था की गई है। राज्य की स्थिति से केंद्रीय गृहमंत्री को अवगत करवाया गया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में फसल खराब होने के साथ-साथ साफ-सफाई और बीमारी फैलने के खतरे से बचाव की व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल और बिजली आपूर्ति बहाल करना सबसे बड़ी चुनौती है। इस कार्य में प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ लगा है। मंत्रियों को भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने बाढ़ राहत में जुटी सभी एजेंसियों जैसे जिला प्रशासन, सेना, वायुसेना, एसडीआरफ व एनडीआरएफ को संकट की इस घड़ी में लोगों की मदद के लिए तत्काल सक्रिय होने पर धन्यवाद दिया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वायुसेना के पांच हेलीकॉप्टर द्वारा 264 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

एसएनपी/एसजीके

Created On :   1 Sept 2020 12:04 PM IST

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