CS से बदसलूकी के बाद AAP का फैसला, मीटिंग का होगा Live Telecast
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश के साथ "बदसलूकी" के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार अब नया फैसला लेने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि आगे से कोई विवाद न हो, इसके लिए अब से दिल्ली सरकार की हर मीटिंग का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा, जिसे दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर देखा जा सकेगा। इसके साथ ही कहा ये भी जा रहा है कि केजरीवाल सरकार के इस फैसले के लिए मार्च में पेश होने वाले बजट में इस प्रोजेक्ट के लिए अलग से फंड का भी ऐलान किया जा सकता है। बता दें कि दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी के साथ 19 फरवरी को सीएम हाउस में मारपीट की गई थी, जिसके बाद आप के दो विधायकों को हिरासत में लिया गया है।
बजट में हो सकती है इसकी घोषणा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश से मारपीट के बाद बुरी तरह घिरी दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने फैसला लिया है कि अब हर मीटिंग का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। इस फैसले से सरकार इस तरह के विवादों से बचने की कोशिश करेगी। बताया जा रहा है कि सरकार इस पर अभी विचार कर रही है और जल्द ही इसका प्रपोजल तैयार कर लिया जाएगा। प्रपोजल तैयार होते ही मार्च में पेश होने वाले बजट में इसकी घोषणा की जा सकती है और बजट में ही इसके लिए अलग से फंड भी एलोकेट किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि केजरीवाल सरकार के इस प्रपोजल के मुताबिक, मंत्री और अधिकारियों के बीच होने वाली हर सरकारी मीटिंग कैमरे के सामने होगी, जिसका लाइव टेलीकास्ट दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर किया जाएगा।
ट्रांसपेरेंसी के लिए हो रहा है ये काम
केजरीवाल सरकार के इस प्रपोजल के मुताबिक, मंत्री, अधिकारी या चीफ सेक्रेटरी ही नहीं बल्कि खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री की होने वाली सभी सरकारी मीटिंग्स का भी लाइव टेलीकास्ट वेबसाइट पर किया जाएगा। इतना ही नहीं, बताया ये भी जा रहा है कि कैबिनेट मीटिंग भी वेबसाइट पर टेलीकास्ट की जाएंगी। इसके पीछे सरकार का प्लान सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी लाना है। सरकार के इस फैसले से सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी आएगी और जनता को सरकार के सारे फैसलों के बारे में पता चल सकेगा।
बीजेपी ने उठाए सवाल
वहीं दिल्ली सरकार के इस फैसले पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं। दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मीडिया को बताया कि "जिस मुख्यमंत्री ने अपनी 3 साल के कार्यकाल में ट्रांसपेरेंसी के खिलाफ काम किया हो, उससे लाइव टेलीकास्ट की उम्मीद करना रेगिस्ताम में पानी ढूंढने के बराबर है।" उन्होंने कहा कि "मुख्यमंत्री सरकार और आम आदमी पार्टी से जुड़ी जानकारी जनता को देने से बचते रहे हैं। यदि सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी को लेकर सरकार के इरादे नेक और ईमानदार होते तो अधिकारियों और सरकार के बीच अविश्वास इतना गहरा नहीं होता।" विजेंद्र गुप्ता ने आगे कहा कि "सरकार में यदि हिम्मत है तो वो केवल फाइलें ही नहीं बल्कि सरकार के वर्किंग सिस्टम, योजनाओं और खर्च को ऑनलाइन करें। सरकार आलोचनाओं से बचने के लिए वेबसाइट पर जानकारी देने से बच रही है। अभी तक आप पार्टी के डोनेशन की जानकारी और विधानसभा चुनाव में किए गए 70 वादों की जानकारी भी वेबसाइट पर नहीं है।"
CCTV रिकॉर्डिंग में गड़बड़ी : दिल्ली पुलिस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली की तीस हजारी सेशन कोर्ट में पुलिस की तरफ से पेश हुए एडिशनल डीसीपी हरिंदर सिंह ने CCTV फुटेज के साथ धोखाधड़ी होने की बात कही है। उन्होंने कोर्ट को बताया कि "शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल के घर से जो CCTV फुटेज बरामद की गई थी, उनमें गड़बड़ी की गई है। अब इन फुटेज को जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) में भेजा जाएगा।" उन्होंने ये भी बताया कि "चीफ सेक्रेटरी और आप विधायकों के बीच ये मीटिंग कैंप ऑफिस में नहीं बल्कि देर रात सीएम हाउस के ड्रॉइंग रूम में हुई थी और वहां लगे CCTV कैमरों की टाइमिंग भी घटना के वक्त से अलग है।"
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (19 फरवरी) रात को सीएम हाउस में एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में आप विधायकों के साथ-साथ चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश भी शामिल हुए थे। इस दौरान आप के दो विधायकों ने चीफ सेक्रेटरी के साथ बदसलूकी की। चीफ सेक्रेटरी को थप्पड़ मारा, धक्का-मुक्की की और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। इतना ही नहीं, आप विधायकों ने चीफ सेक्रेटरी की कॉलर पकड़ी और उन्हें धक्का भी दिया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल भी वहां मौजूद थे और ये सब सीएम हाउस में ही हुआ। इस केस में आप विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार किया गया है।
Created On :   27 Feb 2018 8:39 AM IST