‘तितली’ तूफान ने थामी आंध्र-ओडिशा की रफ्तार, 8 की मौत, तटीय जिले कराए गए खाली
- ओडिशा के चार जिलों में 11 और 12 अक्टूबर को स्कूल
- कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्रों में छुट्टी दे दी है।
- चक्रवाती तूफान तितली ओडिशा तट पर गुरुवार सुबह 5:30 बजे तक पहुंचा
- सरकार ने पांच तटीय जिलों को खाली कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।
डिजिटल डेस्क, भूवनेश्वर। ‘तितली’ तूफान से आंध्रप्रदेश और ओडिशा राज्य पूरी तरह थम चुके हैं। गुरुवार सुबह दोनों राज्यों के तट से टकराए इस तूफान ने भारी तबाही मचाई है। तूफान के चलते अब तक आंध्रप्रदेश में 8 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि ओडिशा से किसी जनहानि की अब तक कोई खबर नहीं है। ओडिशा में 150 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। तूफान की रफ्तार इतनी ज्यादा है कि गोपालपुर और बेरहामपुर में कई पेड़ उखड़ गए। इसे देखते हुए सरकार ने पांच तटीय जिलों को खाली करा दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। तूफान से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक उच्चस्तरीय बैठक भी की है। ओडिशा के चार जिलों में 11 और 12 अक्टूबर को स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्रों में छुट्टी दे दी गई है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों राज्यों में NDRF की टीमों को तैनात कर दिया गया है। फिलहाल यह तूफान गोपालपुर के तटीय शहर से लगभग 280 किमी और आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम से 270 किमी दूर है।
#WATCH: #TitliCyclone makes landfall in Gopalpur. #Odisha pic.twitter.com/x49MsPkU9U
— ANI (@ANI) October 11, 2018
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा, बंगाल की खाड़ी पर बना डीप डिप्रेशन एक चक्रवाती तूफान "तितली" में बदल गया है और ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। अभी इस तूफान की रफ्तार 10 किलोमीटर प्रति घंटे है, लेकिन सुबह तक इसकी तीव्रता बढ़कर 165 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। चक्रवात के कारण 145 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं।IMD ने कई स्थानों पर "भारी से बहुत भारी बारिश" और कुछ स्थानों पर तेज हवा के साथ अत्यंत भारी बारिश की आशंका जताई है। चक्रवात को देखते हुए ईस्ट कोस्ट रेलवे ने ओडिशा के खुर्दा रोड और आंध्र प्रदेश के विजयनगरम के बीच रात 10 बजे के बाद की आठ ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। समुंदर के किनारे दीघा, शंकरपुर, मंडर्मानी और तट से सटे अन्य स्थानों पर पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वह फिलहाल समुंदर में न जाए।
ओडिशा सरकार ने चक्रवात के देखते हुए कुछ इलाकों में बाढ़ की चेतावनी भी जारी की है। राज्य सरकार ने सभी जिलों खासकर तटीय जिलों में हाई अलर्ट की घोषणा कर दी है। NDRF की 18 टीमों को ओडिशा के बालासोर, संभलपुर, गजापति, नायागढ़, पुरी, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, गंजम और भुवनेश्वर में तैनात किया गया है। वहीं चार टीमों को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजयनगरम में तैनात किया गया है। डेप्यूटी स्पेशल रिलीफ कमिश्नर पीके महापात्रा ने कहा कि बचाव अभियान में सहायता के लिए लगभग 300 मोटर नौकाओं की व्यवस्था की गई है और सभी 879 चक्रवात और बाढ़ आश्रयों को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के डायरेक्टर एच आर बिश्वास ने कहा, ओडिशा और आंध्र तटों को पार करने के बाद साइक्लोन सिस्टम उत्तरपूर्व की तरफ बढ़ते हुए पश्चिम बंगाल पहुंचेगा और धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा। IMD ने यह भी अनुमान लगाया है कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण और तटीय क्षेत्रों में अगले पांच दिनों में भारी बारिश हो सकती है। उत्तरी और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, बर्दवान, पूर्वी और पश्चिम मिदनापुर, नादिया और मुर्शिदाबाद में बारिश का पुर्वानुमान लगाया गया है। ओडिशा तट और नॉर्थ बे ऑफ बंगाल के मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे शुक्रवार तक समुद्र में मछली पकड़ने न जाए।
Created On :   10 Oct 2018 9:23 PM IST