दलित संगठनों ने पानी की टंकी में मानव मल की सीबीआई जांच की मांग की
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। पुडुकोट्टई जिले के वेंगईवयाल में एक दलित कॉलोनी में पीने के पानी की आपूर्ति करने वाली एक ओवरहेड पानी की टंकी में मानव मल पाए जाने की घटना तमिलनाडु सरकार के लिए एक धब्बा बन गई है। घटना की रिपोर्ट 21 दिसंबर को दर्ज होने के बाद भी दोषियों को अब तक सजा नहीं मिली है। दलित राजनीतिक दल, विदुथलाई चिरुथिगाल काची (वीसीके) सहित दलित संगठनों ने इस घटना के खिलाफ कई विरोध मार्च निकाले हैं।
तमिलनाडु पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की, लेकिन दलित संगठनों ने कहा कि पुलिस पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रही है और दलित समुदायों के कुछ लोगों को इस पानी को स्वीकार करने के लिए कहा गया था। दलित संगठन, अम्बेडकर मक्कल इय्यागम के अध्यक्ष एम. इलामुरुगु ने एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एस. सुब्बैया के साथ वेंगवायिल दलित कॉलोनी का दौरा किया था और कॉलोनी के सभी 32 दलित परिवारों के साथ बातचीत की थी।
बातचीत के बाद इलमुरुगु ने इस मुद्दे की सीबीआई जांच की मांग की और कहा कि उन्होंने राज्य सरकार की एजेंसियों से उम्मीद खो दी है। वीसीके ने उस ओवरहेड पानी की टंकी को गिराने की मांग की है, जिसमें मानव मल पाया गया था। वीसीके नेता और सांसद थोल थिरुमावलवन ने एक बयान में कहा है कि ओवरहेड टैंक दलितों के अपमान का प्रतीक है और इसे ध्वस्त कर दिया जाना चाहिए। तमिलनाडु के कई ग्रामीण इलाकों में दो गिलास प्रणाली भी प्रचलित है। यहां दलितों को चाय और कॉफी अलग से रखे गिलास में दी जाती है।
(आईएएनएस)
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Created On :   2 Feb 2023 9:00 PM IST