भारत-पाक के बीच DGMO लेवल की बातचीत, सीजफायर समझौते पर बनी सहमति
- 2003 में भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर गैर-लिखित समझौता हुआ था।
- इसका मकसद था जम्मू कश्मीर की करीब 1200 किलोमीटर लंबी लाइन ऑफ कंट्रोल यानि कि एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दोनों देश की ओर से गोलाबारी ना हो
- लेकिन ऐसा हो ना सका।
- इस बातचीत में दोनों देशों के अधिकारियों ने सीजफायर समझौते को जारी रखने और बॉर्डर पर शांति रखने की अपील की।
- पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर लगातार किए जा रहे सीजफायर वॉ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर लगातार किए जा रहे सीजफायर वॉयोलेशन के बीच मंगलवार को भारत और पाकिस्तान में DGMO लेवल की बातचीत हुई। इस बातचीत में दोनों देशों के अधिकारियों ने सीजफायर समझौते को जारी रखने और बॉर्डर पर शांति रखने की अपील की। दोनों देशों के अधिकारियों के बीच ये बातचीत हॉटलाइन पर हुई। पाकिस्तान के डीजीएमओ की तरफ से इस बैठक के लिए अपील की गई थी।
Director General of Military Operations (DGMOs) of India and Pakistan spoke to each other on the issue of ceasefire violations and terrorist activities among other issues. pic.twitter.com/hilFsJQden
— ANI (@ANI) May 29, 2018
स्थिति बिगड़ने पर हॉटलाइन पर करेंगे बातचीत
भारत के सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक ने शाम करीब 6 बजे हॉटलाइन पर बातचीत की। जानकारी के मुताबिक दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में इस बात पर सहमति बनी है कि अगर किसी कारण से स्थिति बिगड़ती है तो सीमा पर माहौल खराब नहीं किया जाएगा और हॉटलाइन से संपर्क और लोकल कमांडर लेवल की फ्लैग मीटिंग के जरिए इसे सुलझाया जाएगा। इस मीटिंग में बॉर्डर फ्लैग मीटिंग की संख्या बढ़ाने को लेकर भी फैसला लिया गया है।
2003 में हुआ था सीजफायर समझौता
बता दें कि 2003 में भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर गैर-लिखित समझौता हुआ था। इसका मकसद था जम्मू कश्मीर की करीब 1200 किलोमीटर लंबी लाइन ऑफ कंट्रोल यानि कि एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दोनों देश की ओर से गोलाबारी ना हो, लेकिन ऐसा हो ना सका। सरहद पर आमने-सामने की गोलाबारी तो ना के बराबर हुई पर सीजफायर का उल्लंघन जारी रहा। भारत लगातार आरोप लगाता रहा है कि पाकिस्तान आतंकवादियों को घुसपैठ कराने के लिए अक्सर फायरिंग करता रहता है।
एक लाख लोगों को किया शिफ्ट
हालिया दिनों में पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में कई नागरिकों की मौत हुई है। पाकिस्तान की गोलीबारी के कारण बॉर्डर से सटे गावों में रह रहे करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
Created On :   29 May 2018 8:28 PM IST