भूकंप के झटकों से कांपा उत्तर भारत, अफगानिस्तान में केंद्र
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में बुधवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसका असर दिल्ली के अलावा जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल और उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिला। यूएस जियॉलिजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 आंकी गई है। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान था।
अफगानिस्तान था भूकंप का केंद्र
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश इलाके में था। जियॉलिजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक, भूकंप हिंदुकुश पर्वतों में 182 किलोमीटर जमीन के अंदर आया था। यही कारण था कि भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में भी महसूस किए गए। बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर महसूस किए गए।
पाकिस्तान में एक शख्स की मौत
अफगानिस्तान में आए इस भूकंप का असर भारत और पाकिस्तान में भी हुआ। पाकिस्तान के इस्लामाबाद, पेशावर और लाहौर में भूकंप के तेज झटके आए। पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो बलूचिस्तान के लासबेला में एक शख्स की मौत भी हो गई है, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं।
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता का क्या होता है असर?
- 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
- 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
- 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
- 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं और दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
- 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर घर में रखा फर्नीचर हिल सकता है।
- 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है और ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
- 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं और जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
- 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों समेत बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
- 9 या उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर भारी तबाही मच सकती है। अगर आप खुले मैदान में खड़े होंगे, तो आपको धरती हिलती हुई दिखाई देगी। इसके अलावा अगर भूकंप के केंद्र के पास समुद्र के पास हो, तो सुनामी आ सकती है।
Created On :   31 Jan 2018 12:55 PM IST