नासा की हैरान कर देने वाली तस्वीर, भारत के कई हिस्सों में दिख रहे आग के निशान

Fire marks seen in larger parts of india in NASA image
नासा की हैरान कर देने वाली तस्वीर, भारत के कई हिस्सों में दिख रहे आग के निशान
नासा की हैरान कर देने वाली तस्वीर, भारत के कई हिस्सों में दिख रहे आग के निशान
हाईलाइट
  • नासा के गॉडडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में साइंटिस्ट हिरेन जेठवा इसे फसलों के अवशेष जलाए जाने से बने निशान बता रहे है।
  • इन तस्वीरों में भारत के बड़े हिस्से में आग के निशान नजर आ रहे है।
  • गेहूं की फसल के अवशेष जलाने का प्रचलन भी तेजी से जोर पकड़ रहा है।
  • जिन जगहों पर ये निशान दिख रहे है उनमे मध्य प्रदेश
  • महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ समेत दक्षिण के कई राज्य है।
  • नासा की जो सैटेलाइट तस्वीर सामने आई है उसमे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने भारत से जुड़ी हैरान कर देने वाली तस्वीर खींची है। इन तस्वीरों में भारत के बड़े हिस्से में आग के निशान नजर आ रहे है। जिन जगहों पर ये निशान दिख रहे है उनमे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ समेत दक्षिण के कई राज्य है। माना जा रहा है कि तस्वीरों में दिख रहे आग के ये निशान जंगलों में लगी आग के निशान हो सकते है। हालांकि नासा के गॉडडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में साइंटिस्ट हिरेन जेठवा इसे फसलों के अवशेष जलाए जाने से बने निशान बता रहे है।

 



दूसरे राज्यों में भी बढ़ रहा फसलों को जलाने का प्रचलन
कृषि वैज्ञानिक बताते है कि मशीनों से फसलों की कटाई के कारण बचे अवशेषों को जलाने का प्रचलन बढ़ रहा है। इस अवशेषों को खेत से हटाना इतना आसान नहीं होता इसीलिए किसान इसे जला देते है। पहले जहां अवशेषों को जलाने का प्रचलन हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में देखा जाता था वहीं अब दूसरे राज्यों में भी इसका दायरा तेजी से बढ़ा है। पशुओं के चारे का अच्छा विकल्प न होने के चलते धान की पराली को किसान खेतों में  जलाते रहे है, लेकिन अब गेहूं की फसल के अवशेष जलाने का प्रचलन भी तेजी से जोर पकड़ रहा है।

गेहूं की फसल जलाने का बढ़ा प्रचलन
फसलों के अवशेषों को जलाने के विषय अध्ययन करने वालीं इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस की रिसर्चर रिधिमा गुप्ता कहती है, "मेरा अनुमान है कि देश भर में मशीनों से फसलों की कटाई का प्रचलन बढ़ा है। मैंने अपने शोध के दौरान पाया कि फसलों के अवशेष जलाने का प्रचलन इसलिए तेजी से बढ़ा है क्योंकि मशीनों से फसल काटी जा रही है। किसानों अवशेष जलाने को खुद खेतों से हटाने के मुकाबले सस्ता और आसान मानते हैं। इसके अलावा पशुओं को चारा खिलाने की जरूरत भी कम हो रही है क्योंकि बहुत से किसानों की इसमें रुचि घट रही है। इसके चलते गेहूं की फसल के अवशेष जलाने का प्रचलन भी बढ़ा है।"

 



कम कीमत में हो जाती है मशीनों से फसलों की कटाई
रिधिमा गुप्ता बताती है की उनकी रिसर्च में ये भी सामने आया है कि मशीनों से फसलों की कटाई मजदूरों के जरिए कराई जाने वाली कटाई की तुलना में लगभग आधी कीमत की पड़ती है। इसके अलावा रिसर्च रिपोर्ट में पता चला है कि देश में होने वाले कुल कार्बन उत्सर्जन में 14 फीसदी हिस्सा फसलों के अवशेष जलाए जाने से पैदा होता है। नासा की जो सैटेलाइट तस्वीर सामने आई है उसमे सबसे ज्यादा आग के निशान मध्य प्रदेश में देखे गए है। ये राज्य गेहूं और धान दोनों की ही खेती में अग्रणी है। इसी साल मध्य प्रदेश के सीहोर में 10 किसानों को गेहूं के अवेशेष जलाने के कारण हिरासत में भी लिया गया था। इन किसानों ने अपने खेत में आग लगाई थी लेकिन ये आग पड़ोस के दूसरे खेतों तक भी पहुंच गई थी।    

Created On :   30 April 2018 5:42 PM IST

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