चार भारतीय अंतरिक्ष यात्री स्पेससूट आजमाने के लिए मास्को लौटेंगे

Four Indian astronauts to return to Moscow to try out spacesuits
चार भारतीय अंतरिक्ष यात्री स्पेससूट आजमाने के लिए मास्को लौटेंगे
Indian Astronauts चार भारतीय अंतरिक्ष यात्री स्पेससूट आजमाने के लिए मास्को लौटेंगे
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  • चार भारतीय अंतरिक्ष यात्री स्पेससूट आजमाने के लिए मास्को लौटेंगे

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के चार पायलट, जिन्होंने रूस में अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण लिया था, अपने अंतरिक्ष सूट को आजमाने के उद्देश्य से वहां वापस जाएंगे। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अधिकारी ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, हम उनके यात्रा कार्यक्रम पर काम कर रहे हैं। वे दो सप्ताह तक वहां रह सकते हैं।

चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों में से तीन भारत के 10,000 करोड़ रुपये के मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान का हिस्सा होंगे।

अधिकारी के अनुसार, चार अंतरिक्ष यात्री मॉस्को के पास स्थित ज्वेज्डा नामक कंपनी द्वारा डिजाइन और बनाए गए अपने स्पेससूट को आजमाएंगे।

ज्वेज्डा पायलटों और अंतरिक्ष यात्रियों/अंतरिक्ष यात्रियों के लिए व्यक्तिगत जीवन समर्थन प्रणाली, विमान की दुर्घटनाओं के मामले में चालक दल और यात्रियों के लिए बचाव के साधन और विमान ईंधन भरने वाली प्रणाली बनाती है।

चार भारतीय अंतरिक्ष यात्री रूस में अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद मार्च 2021 में भारत लौट आए।

इसरो अधिकारी के मुताबिक, अंतरिक्ष यात्रियों की डीब्रीफिंग या सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है।

वे भारतीय वायुसेना के विमानों के साथ उड़ान प्रशिक्षण भी जारी रखेंगे।

उनका समुद्री प्रशिक्षण और क्लास रूम प्रैक्टिकल भी एक साल तक चलेगा।

इसरो प्रमुख के. सिवन ने पहले आईएएनएस को बताया था, चार अंतरिक्ष यात्री भारत में अंतरिक्ष मिशन के विशिष्ट प्रशिक्षण से गुजरेंगे।

चार भारतीय अंतरिक्ष यात्री फरवरी 2020 से गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर (जीसीटीसी) में प्रशिक्षण ले रहे थे, जो कि ग्लावकोस्मोस से संबंधित है, जो रूसी अंतरिक्ष निगम रोस्कोस्मोस की सहायक कंपनी है।

सिवन के अनुसार, चार अंतरिक्ष यात्री भारतीय अंतरिक्ष मॉड्यूल में सवार होने तक प्रशिक्षण लेते रहेंगे।

घर वापस प्रशिक्षण व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर सिवन ने कहा था, अंतरिक्ष यात्रियों के पास उनका शारीरिक फिटनेस प्रशिक्षण होगा, जिसमें तैराकी और जॉगिंग शामिल है। उनके पास अकादमिक/सैद्धांतिक कक्षाएं भी होंगी, क्योंकि उन्हें रॉकेट और मानव अंतरिक्ष मॉड्यूल को समझना होगा।

उन्होंने कहा, उन्हें सिमुलेटर पर भी प्रशिक्षित किया जाएगा। गगनयान मॉड्यूल नेविगेशन टर्मिनलों का अनुकरण किया जाएगा। अंतरिक्ष यात्रियों को विभिन्न मापदंडों पर प्रशिक्षित किया जाएगा जो टर्मिनलों पर प्रदर्शित किए जाएंगे।

अंतरिक्ष यात्री बाद में गगनयान मॉड्यूल पर ऐसे काम करेंगे जैसे वे उड़ रहे हों।

सिवन ने कहा, इनके अलावा, अंतरिक्ष यात्रियों को जीवित रहने की तकनीकों पर प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे समुद्र में जीवित रह सकें, क्योंकि उनका लैंडिंग मॉड्यूल समुद्र के पानी पर उतरेगा।

ये अंतरिक्ष यात्री बाद में गगनयान मॉड्यूल पर काम करेंगे, स्पेससूट पहनने पर उन्हें लगेगा, जैसे वे उड़ रहे हों।

आईएएनएस

Created On :   31 Aug 2021 12:30 AM IST

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