सुब्रमण्यम बोले- मालदीव पर हमला कर देना चाहिए, विदेश मंत्रालय ने बताया निजी बयान

government said opinion expressed by Dr Swamy is his personal
सुब्रमण्यम बोले- मालदीव पर हमला कर देना चाहिए, विदेश मंत्रालय ने बताया निजी बयान
सुब्रमण्यम बोले- मालदीव पर हमला कर देना चाहिए, विदेश मंत्रालय ने बताया निजी बयान
हाईलाइट
  • भारत की विदेश मंत्रालय ने रविवार को इस बयान से किनारा कर लिया है।
  • विदेश मंत्रालय ने कहा कि स्वामी के ट्वीट से सरकार का कोई लेना देना नहीं है।
  • सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि भारत को मालदीव पर आक्रमण करना चाहिए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विवादित बयानों के लिए मशहूर बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को एक बार फिर अपने बयान से हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा था कि भारत को मालदीव पर आक्रमण करना चाहिए। इसके बाद रविवार को भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने स्वामी के इस बयान से किनारा कर लिया। मंत्रालय ने कहा कि मालदीव पर हमला करने के बारे में सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट से सरकार का कोई लेना देना नहीं है।

विदेश मंत्रालय ने कहा...
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा उनके ट्वीट में व्यक्त की गई राय उनकी व्यक्तिगत है। यह भारत सरकार के विचार को प्रदर्शित नहीं करती है।" सरकार की ओर से यह बयान विपक्षी पार्टियों के हमले के जवाब में सामने आया है। स्वामी के मालदीव वाले बयान के बाद कांग्रेस सहित अन्य दलों ने उनका विरोध किया था।

 


क्या कहा था सुब्रमण्यम स्वामी ने?
बता दें कि 22 अगस्त को स्वामी ने अपने ट्विटर हैंडल पर मालदीव को लेकर एक पोस्ट किया था। उन्होंने इस पोस्ट में  राष्ट्रपति यमीन अब्दुल्ला गयूम को एक क्रूर और तानाशाह व्यक्तित्व वाला बताया था। उन्होंने कहा, कोलंबो में आज मुझे मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नसीद से मिलने का मौका मिला। वह मालदीव में आगामी चुनाव में आने वाली समस्याओं और हस्तक्षेपों से डर रहे हैं। भारत एक पड़ोसी देश होने के नाते इसे अनुमति नहीं दे सकता है। वहीं मौजूदा राष्ट्रपति यमिन ने हाल ही में भारतीयों को भी अपमानित किया था। हमें इसे नकारने की जगह इसपर कारर्वाई करने की आवश्यकता है।" स्वामी ने कहा कि यदि मालदीव में चुनाव शुरू होता है तो भारत को मालदीव पर आक्रमण करना चाहिए।

 

 

 

सुब्रमण्यम के इस बयान से राजनीति में भूचाल आ गया था। इसके बाद स्वामी ने एक और ट्वीट कर अपनी टिप्पणियों का बचाव किया था। उन्होंने लिखा कि भारत को मालदीव के चुनाव में कोई हस्तक्षेप होने की स्थिति में ही आक्रमण करना चाहिए। उन्होंने कहा, मालदीव की सरकार मेरे बयानों से परेशान क्यों है। अगर मालदीव का 24 सितंबर का आम चुनाव में समस्या आती है तो भारत को उस देश पर आक्रमण करना चाहिए। मालदीव में रह रहे भारतीय पहले ही राष्ट्रपति के शासन से डरे हुए हैं। हमें अपने नागरिकों की रक्षा करनी चाहिए।

बता दें कि हाल में भारत और मालदीव के राजनीतिक संबंधों में काफी तनाव आया है। एक रिपोर्ट के अनुसार मालदीव की सरकार ने वहां रह रहे हजारों भारतीयों को वीजा देने से मना कर दिया है। इसके बाद भारत सरकार ने मालदीव सरकार को पारदर्शीता से काम करने की सलाह दी थी।

 

Created On :   26 Aug 2018 8:16 PM IST

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