उप्र में मिशन शक्ति को आगे बढ़ाएगा ग्रीन गैंग
- उप्र में मिशन शक्ति को आगे बढ़ाएगा ग्रीन गैंग
लखनऊ, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। ग्रीन गैंग समूह, जिसमें 1,000 से अधिक महिला सदस्य हैं, अगले छह महीनों में उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक अतिरिक्त गांवों में मिशन शक्ति के तहत अपने अभियान का विस्तार करने के लिए तैयार हैं।
महिलाएं पहले से ही 15 से 20 समूहों में वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली, जौनपुर और अयोध्या में अपने गांवों को शराब, जुआ, घरेलू हिंसा, छेड़खानी, बाल विवाह और कन्या भ्रूणहत्या जैसी कुरीतियों से मुक्ति दिलाने के मिशन के साथ काम कर रही हैं।
महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मिशन शक्ति अभियान शुरू किया गया था।
यह अभियान शनिवार को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत के साथ शुरू हुआ और अप्रैल में चैत्र नवरात्रि पर समाप्त होगा।
ग्रीन गैंग की पहल पांच साल पहले वाराणसी के एक छोटे से गांव रामसीपुर से शुरू हुई थी जब 10-15 महिलाओं ने अपने परिवार के पुरुषों के तौर-तरीकों को बदलने के लिए एक समूह बनाया था जो अपनी सारी कमाई जुए और शराब पर खर्च कर रहे थे।
उनकी प्रारंभिक सफलता को देखते हुए, यह विचार धीरे-धीरे अन्य पड़ोसी गांवों तक फैल गया और ग्रीन गैंग की उपस्थिति अब छह जिलों में देखी जा रही है।
सदस्य हरे रंग की साड़ी पहने हुई होती हैं और उनके लक्षित क्षेत्र मुख्य रूप से महिलाओं और लड़कियों से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित होते हैं।
मिर्जापुर के जंगल महल गांव में एक समूह का नेतृत्व करने वाली मंजू ने कहा, हम एक बालिका के जन्म का जश्न मनाते हैं और उस घर पर हरी खुशहाली चिन्ह भी लगाते हैं, जहां लड़की पैदा होती है। हमारे पास प्रत्येक गांव में मुखबिर होते हैं जो नियमित रूप से घरेलू हिंसा, छेड़खानी, बाल विवाह आदि के बारे में हमें जानकारी देते हैं। अपने प्रयासों के साथ हम इन बुराइयों को काफी हद तक दूर करने में कामयाब रहे हैं।
गिरोह के प्रत्येक सदस्य के पास निकटतम पुलिस स्टेशन का मोबाइल नंबर है और यदि आवश्यक हो, तो वे तुरंत मदद के लिए पुलिस से संपर्क कर सकती हैं।
ग्रीन गैंग अब गैर सरकारी संगठनों के एक समूह द्वारा समर्थित है।
होप वेलफेयर ट्रस्ट के दिव्यांशु उपाध्याय ने कहा, हमारे समन्वयक हर गैंग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन कर रहे हैं और यह तय किया गया है कि जिन जिलों में हम पहले से ही काम कर रहे हैं, उनके 50 और गांवों में अपने अभियान का विस्तार करें।
वीएवी/एसजीके
Created On :   19 Oct 2020 3:30 PM IST