गुजरात दंगे राज्य में इस तरह की आखिरी उथल-पुथल थी

Gujarat riots were the last such turmoil in the state: Meenakshi Lekhi
गुजरात दंगे राज्य में इस तरह की आखिरी उथल-पुथल थी
मीनाक्षी लेखी गुजरात दंगे राज्य में इस तरह की आखिरी उथल-पुथल थी

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने सोमवार को कहा कि गुजरात में 19वीं सदी के बाद से दंगों का लंबा इतिहास रहा है, लेकिन 2002 के दंगे राज्य में इस तरह की आखिरी उथल-पुथल थी।

भाजपा नेत्री ने एक प्रश्नोत्तर सत्र 20 इयर्स ऑफ मॉडिफिकेशन : गुजरात से नए भारत तक की उपलब्धियों की झलक के दौरान कहा, गुजरात में 1800 के दशक से अक्सर दंगे होते थे। हालांकि, 2002 गुजरात दंगे राज्य में आखिरी बार भड़के थे, लेकिन कोई भी आपको यह नहीं बताएगा।

वर्ष 2002 के दंगों को 21वीं सदी के भारत में सबसे कुख्यात दंगों के रूप में याद किया जाता है। आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, 1,000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, 223 लापता हो गए थे और 2,500 लोग घायल हो गए थे।

लेखी ने महिलाओं और आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर समुदाय सहित समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, संस्थाएं और कार्यालय हमेशा से रहे हैं, यह नेतृत्व ही है जो फर्क करता है। मैंने श्री मोदी के काम को सीएम और पीएम दोनों के रूप में देखा है। वह अपने देश के लिए अथक प्रयास करते हैं।

भारतीय जनता पार्टी की नेत्री ने भी जनता से अपना योगदान देकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, यहां तक कि अपनी सड़कों और सड़कों को साफ-सुथरा रखने को भी योगदान के रूप में गिना जाता है। हमें अपने सिस्टम और लोगों पर सिर्फ इसलिए बोझ नहीं डालना चाहिए, क्योंकि हमें लगता है कि यह हमारा काम नहीं है।

कार्यक्रम भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में आयोजित किया गया था।

(आईएएनएस)

Created On :   19 Oct 2021 12:00 AM IST

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