शपथ से पहले सोनिया, राहुल गांधी से मिले कुमारस्वामी, डेप्युटी CM पर फैसला आज
- कांग्रेस के पास राज्य की 68 सीटें हैं जबकि जेडीएस के पास 37 विधायक हैं।
- डेप्युटी CM पर फैसला मंगलवार को होगा।
- कांग्रेस राज्य की 33 सदस्यों वाली कैबिनेट में अपने पास 20 मंत्रालय रखेगी।
- बुधवार को एचडी कुमारस्वामी सीएम पद की शपथ लेंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक में पिछले काफी दिनों से चल रही राजनीतिक उठापटक अब खत्म होने वाली है। बुधवार को एचडी कुमारस्वामी सीएम पद की शपथ लेंगे। उससे पहले सोमवार को वो कैबिनेट पर फैसले को लेकर दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल से मुलाकात की। इस दौरान कुमारस्वामी की राहुल गांधी के आवास पर जेडीएस के दानिश अली और कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल से भी भेंट हुई। डेप्युटी CM पर फैसला मंगलवार को होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद कुमारस्वामी ने कहा, ""मैं गांधी परिवार के प्रति अपना सम्मान जताना चाहता था। लिहाजा मैं राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिलने यहां आया हूं। मैंने दोनों से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की गुजारिश की। इस पर दोनों शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राजी हो गए।""
#Karnataka CM designate HD Kumaraswamy met Sonia Gandhi and Congress President Rahul Gandhi in Delhi. JD(S) Danish Ali and Congress"s KC Venugopal also present. pic.twitter.com/Qqqf3PFJQ4
— ANI (@ANI) May 21, 2018
I had a warm and cordial meeting this evening, in Delhi, with Shri H D Kumaraswamy ji. We discussed the political situation in Karnataka and other matters of mutual interest. I will be attending his swearing in as CM of Karnataka, on Wednesday, in Bengaluru. pic.twitter.com/sZAwX8mQut
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 21, 2018
कुमारस्वामी के अलावा कर्नाटक कांग्रेस के नेता भी सोमवार को दिल्ली में थे। बता दें कि कुमारस्वामी सरकार के शपथ समारोह में विपक्ष की ओर से शक्ति प्रदर्शन की तैयारी की गई है।
राहुल गांधी, सोनिया गांधी के अलावा तेलंगाना राष्ट्र समिति प्रमुख के. चंद्रशेखर राव, बीएसपी प्रमुख मायावती, सपा नेता अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, तेजस्वी यादव, डीएमके नेता कनिमोझी समेत अन्य दिग्गज नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। कुमारस्वामी ने सभी क्षेत्रीय नेताओं को व्यक्तिगत तौर पर समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
कांग्रेस 20 मंत्रालय रखेगी अपने पास
ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस राज्य की 33 सदस्यों वाली कैबिनेट में अपने पास 20 मंत्रालय रखेगी। कांग्रेस के पास राज्य की 68 सीटें हैं जबकि जेडीएस के पास 37 विधायक हैं। कांग्रेस के महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने कहा, "बुधवार को अकेले कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद के तौर पर शपथ लेंगे। इसके बाद गुरुवार को फ्लोर टेस्ट होगा। उसी दिन स्पीकर का चुनाव भी किया जाएगा।
लिंगायत समुदाय से डिप्टी सीएम बनाने की मांग
लिंगायतों की मांग है कि उन्हें उप-मुख्यमंत्री का पद दिया जाए। कांग्रेस में सबसे ज्यादा 16 लिंगायत विधायक है। वहीं जेडीएस के पास चार हैं। कांग्रेस ने जेडीएस को बिना शर्त समर्थन दिया है। इसी वजह से वह गठबंधन को बनाए रखने के लिए कोई मांग नहीं करेगी। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने डिप्टी सीएम का पद किसी दलित को देगी। इसके लिए परमेश्वर उनकी पहली पसंद हैं। हालांकि खबरें यह भी है कि कर्नाटक में दो डिप्टी सीएम बन सकते हैं। एक कांग्रेस पार्टी से होगा तो दूसरा जेडीएस से।
बता दें कि भाजपा के पास जरूरी संख्या पूरी नहीं होने के कारण उनके मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने विधानसभा में बिना फ्लोर टेस्ट का सामना किए ही इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कुमारस्वामी ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलने के बाद दावा किया था कि उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है। कुमारस्वामी रविवार को अपने पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा से भी उनके आवास पर भी मिलने पहुंचे। इसके बाद वे उस होटल में भी गए, जहां जेडी (एस) के विधायक ठहरे हुए हैं और उनके साथ वहां बैठक भी की। इसके बाद वे देर शाम पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के श्रीरंगम में एक मंदिर जाने के लिए रवाना हो गए।
रजनीकांत को भी कर्नाटक का दौरा आमंत्रित किया
I have invited Rajinikanth to come here and look at the condition of our reservoirs, water is not sufficient। I am sure he will understand: HD Kumaraswamy, CM-designate on Rajinikanth asking new Karnataka Govt to release Tamil Nadu"s share of Cauvery river water pic।twitter।com/whONZbufB9
— ANI (@ANI) May 21, 2018
दूसरी तरफ कावेरी जल विवाद को लेकर कुमारस्वामी ने रजनीकांत को कर्नाटक का दौरा करने और राज्य में जल संचय करने वाले बांधों की स्थिति को देखने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि रजनीकांत ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अक्षरश: लागू करने की बात कही है, लेकिन अगर वह कर्नाटक में आकर यहां के बांधों की स्थिति देख लें तो वह निश्चित ही अपना रुख बदल लेंगे।
बता दें कि रजनीकांत ने रविवार को रजनी मक्कल मंदरम (रजनी पीपुल्स फोरम) की महिला इकाई के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा था कि कावेरी मुद्दे पर कर्नाटक में उच्चतम न्यायालय के निर्णय को अक्षरश: लागू किया जाना चाहिए। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कुमारस्वामी ने कहा, "मैं रजनीकांत से अनुरोध करता हूं कि वह कर्नाटक आएं और यहां आकर हमारे बांधों की स्थिति देखें। वह कर्नाटक आकर देखें कि यहां हमारे किसानों के साथ क्या हो रहा है। इस अपील के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि अगर कर्नाटक में पानी उपलब्ध होगा तभी हम तमिलनाडु को भी पानी दे सकेंगे।
Created On :   21 May 2018 2:16 PM IST