सोना तस्करी मामले में आईएएस अधिकारी से 9 घंटे पूछताछ
- सोना तस्करी मामले में आईएएस अधिकारी से 9 घंटे पूछताछ
तिरुवनंतपुरम, 15 जुलाई (आईएएनएस)। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के पूर्व सचिव और आईएएस अधिकारी एम. शिवशंकर से सोना तस्करी मामले में कस्टम अधिकारियों ने नौ घंटे पूछताछ की।
शिवशंकर मंगलवार शाम सीमा शुल्क कार्यालय पूछताछ के लिए पहुंचे थे और देर रात लगभग 2.15 बजे उन्हें वहां से जाने दिया गया। उन्हें कस्टम और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा पूछताछ के लिए फिर बुलाया जाना है, जो मामले की जांच कर रही है।
कस्टम (सीमा शुल्क) अधिकारियों की तीन सदस्यीय टीम मंगलवार को नोटिस देने शिवशंकर के घर गई थी। घर पर मौजूद शिवशंकर ने कहा था कि वह पूछताछ के लिए अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं।
अमेरिकी कंसुलेट की पूर्व कर्मचारी स्वप्ना सुरेश यहां आईटी विभाग के साथ कार्यरत थी, जिसके शिवशंकर प्रभारी थे। स्वपना और तीन अन्य के खिलाफ एनआईए ने पांच जुलाई को दुबई से तिरुवनंतपुरम राजनयिक सामान में 30 किलोग्राम सोने की तस्करी करने पर मामला दर्ज किया है।
स्वप्ना के साथ उनके कथित संबंध सामने आने के बाद शिवशंकर मुश्किल में पड़ गए हैं। शिवशंकर ने कथित तौर पर कस्टम के सामने स्वीकार किया है कि वह और स्वप्ना दोस्त थे।
कस्टम द्वारा अपने दोस्त और पूर्व सहयोगी पी.एस. सारिथ की गिरफ्तारी के बाद से स्वप्ना फरार थी।
बाद में, यह पता चला कि स्वप्ना और शिवशंकर में काफी करीबी थी और केरल सरकार के कई कार्यक्रमों में वे शामिल हुए थे। विजयन ने उन्हें (शिवशंकर) अपने सचिव और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी के पद से हटा दिया। हालांकि उन्होंने मंगलवार को उनके निलंबन की बात से इनकार कर दिया।
इस बीच, स्वप्ना के पति और शिवशंकर के अधीन कार्यरत एक अन्य व्यक्ति की भूमिका की खबर सामने आई है।
एनआईए, जिसने शुक्रवार को इस मामले को अपने हाथ में लिया और आरोपी के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की, ने केरल सोना तस्करी मामले में कथित भूमिका के लिए शनिवार को बेंगलुरू से स्वप्ना और नायर को गिरफ्तार किया।
एनआईए उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेकर केरल के कोच्चि पहुंची, जहां एनआईए की एक अदालत में उन्हें पेश किया गया, जहां से दोनों को एजेंसी की हिरासत में दे दिया गया।
Created On :   15 July 2020 2:00 PM IST