खेलों में भी बाज नहीं आया चीन, गलवान हमले में भारत के हाथों घायल सैनिक को मशाल थमाने का विरोध, विंटर ओलंपिक्स में नहीं जाएंगे भारतीय राजदूत
- खेल आयोजन को भी चीन ने बनाया राजनितिक मैदान
- विंटर ओलंपिक में भारत की एकमात्र उम्मीद है आरिफ खान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 4 फरवरी से चीन की राजधानी बीजिंग में शुरू होने जा रहे विंटर ओलंपिक गेम्स का भारत ने बायकॉट करने का फैसला किया है। यह निर्णय भारत सरकार द्वारा सैन्य झड़प में जख्मी जवान को चीन की ओर से विंटर ओलंपिक मशाल थमाए जाने के बाद लिया गया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीन के इस कृत्य को अफसोसजनक बताया है। उन्होंने कहा है कि चीन ने गलवान मुठभेड़ में शामिल एक चीनी कमांडर को मशालची बनाकर विंटर ओलंपिक्स का राजनीतिकरण किया है।
उन्होंने बीजिंग विंटर ओलंपिक्स में भारत के शामिल होने के सवाल पर कहा है कि बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास में भारत के प्रभारी राजदूत ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में शामिल नहीं होंगे।
खेल आयोजन को भी चीन ने बनाया राजनीति का मैदान
पिछले कुछ समय से ड्रैगन लगातार कह रहा था कि बीजिंग विंटर ओलंपिक्स को लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए लेकिन खुद ही वह इसके जरिए अपना प्रोपगेंडा फैला रहा है।। आपको बता दें अमेरिका सहित कई यूरोपीय देशों द्वारा ओलंपिक्स को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं, जिसका चीन विरोध कर रहा है।
अमेरिका ने भी चीन के इस फैसला की कड़ी निंदा की है। चीन के इस कदम को शर्मनाक करार देते हुए अमेरिका ने कहा कि यह खेलों के राजनीतिकरण करने का प्रयास है।
दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर तनाव जारी
भारत और चीन के बीच लद्दाख सहित कई इलाकों में बॉर्डर विवाद को लेकर तनाव जारी है। दोनों देशों के बीच अब तक 14 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है।
विंटर ओलंपिक में भारत की एकमात्र उम्मीद हैं आरिफ खान
भारत के लिए बीजिंग विंटर ओलंपिक में एकमात्र उम्मीद आरिफ खान है जो स्कीइंग में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। आरिफ ने इससे पहले साप्पोरो में आयोजित 2017 एशियाई शीतकालीन खेलों में भाग लिया था
Created On :   3 Feb 2022 6:33 PM IST