चीन में छप रहा भारतीय रुपया! शशि थरूर ने सरकार से मांगा जवाब

Indian currency is printing in China! Tharoor questioned Government
चीन में छप रहा भारतीय रुपया! शशि थरूर ने सरकार से मांगा जवाब
चीन में छप रहा भारतीय रुपया! शशि थरूर ने सरकार से मांगा जवाब
हाईलाइट
  • RBI ने किया खंडन।
  • चीन में छप रही है भारतीय करंसी।
  • शशि थरूर ने माँगा सरकार से जवाब।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन से जुड़ी छोटी से छोटी बात भारत में खलबली मचा देती है। फिर चाहे वह डोकलाम विवाद हो या व्यापारिक नोंकझोंक, लेकिन इस बार एक साप्ताहिक अखबार साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट के एक लेख ने भारत में उथल पुथल मचा दी है। इस लेख के अनुसार भारतीय मुद्रा की छपाई चीन में की जा रही है। केवल भारत ही नहीं मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, बांग्लादेश की करंसी भी चीन में छापी जा रही है। रविवार को प्रकाशित इस लेख ने भारत में आर्थिक के साथ साथ राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं बढ़ा दी हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक ट्वीट जारी कर इस मुद्दे पर चिंता जाहिर की है और वित्त मंत्री अरुण जेटली से सफाई मांगी है। हालांकि इस मुद्दे पर सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। साऊथ चाइना मोर्निंग पोस्ट हांगकांग से छपने वाला एक अंग्रेजी भाषी अखबार है।

 



लेख के अनुसार दुनिया में अपना आर्थिक दबदबा बनाने के लिए चीन दूसरे देशों की करंसी की काफी बड़े पैमाने पर छपाई कर रहा है। पूरे चीन की नोट छापने वाली प्रेसें अपनी पूरी ताकत के साथ दूसरे देशों की मुद्रा छापने में लगी हुई हैं। जिससे कि वहां की सरकार द्वारा तय किए गए कोटा की पूर्ती की जा सके। अखबार में छपे यह लेख बेल्ट एंड रोज प्रोजेक्ट के सन्दर्भ में है।

पकिस्तान कर सकता है नकल
तिरुअनंतपुरम से लोकसभा सांसद शशि थरूर ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा बताया है। थरूर ने पीयूष गोयल और अरुण जेटली से इस पर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि अगर यह खबर सही है तो यह सुरक्षा पर खतरा है, इससे पकिस्तान आसानी से जाली नोट बना सकता है।

RBI ने किया खंडन
शशि थरूर के इस बयान और जारी रिपोर्ट का RBI ने खंडन किया है। रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के अनुसार भारतीय मुद्रा की छपाई भारत में ही होती है, प्रकाशित हुई रिपोर्ट में कोई सत्यता नहीं है।

साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट ने इस खबर की पुष्टि के लिए बैंक नोट प्रिंटिंग एंड मींटिंग कारपोरेशन के अध्यक्ष के इंटरव्यू का सहारा लिया है। कारपोरेशन के प्रेसिडेंट लियू गूशेंग ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि 2013 से चीन में दूसरे देशों की छपाई शुरू हुई थी। चीन में भारत, ब्राजील, पोलैंड, मलेशिया, बांग्लादेश, नेपाल, थाईलैंड आदि देशों की करंसी छापी जाती है। 

Created On :   13 Aug 2018 7:24 PM IST

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