भारतीय विदेश सचिव 2 दिवसीय यात्रा पर काठमांडू पहुंचे
- भारतीय विदेश सचिव 2 दिवसीय यात्रा पर काठमांडू पहुंचे
काठमांडू, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद के बाद कमजोर पड़े दोनों देशों के रिश्ते को दुरुस्त करने के लिए भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला गुरुवार की सुबह दो दिवसीय दौरे के लिए काठमांडू पहुंचे हैं।
यात्रा की घोषणा काठमांडू और नई दिल्ली ने पहले ही कर दिया था। श्रृंगला काठमांडू पहुंचने के बाद नेपाल के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व से मिलेंगे और अपने समकक्ष भरत राज पौड्याल के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे।
इस वर्ष जनवरी में विदेश सचिव का पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली नेपाल यात्रा है।
लगभग एक वर्ष से लंबित पड़ी यह यात्रा अब हुई। नई दिल्ली द्वारा पिछले साल नवंबर में विवादित क्षेत्रों को भारत का हिस्सा बताते हुए नया राजनीतिक मानचित्र जारी किया गया था। इसके बाद दोनों देशों के संबंधों में खटास आ गई थी।
इसके बाद काठमांडू ने राजनयिक नोट के माध्यम से नई दिल्ली के साथ निर्णय को बदलने का आह्वान किया, लेकिन भारत ने बाद में इसे यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि वह कोविड संकट के बाद नेपाल के साथ बातचीत करेगा।
पिछले साल नवंबर में एक छोटे मनमुटाव के बाद दोनों ओर शांति थी, लेकिन विवाद तब फिर शुरू हुआ, जब 8 मई को नई दिल्ली ने भारतीय राज्य उत्तराखंड में लिपुलेख के माध्यम से 80 किलोमीटर नई सड़क लिंक का उद्घाटन किया। यह विवादित क्षेत्र है, जिसे नेपाल अपना बताता है।
वहीं नेपाल द्वारा 20 मई को अपने नक्शे में विवादित क्षेत्र को शामिल करने वाले एक नए नक्शे के अनावरण के बाज सीमा विवाद ने एक भयानक मोड़ ले लिया।
नेपाली अधिकारियों के अनुसार, मई के बाद काठमांडू और नई दिल्ली दोनों ने बैक चैनल के माध्यम से संचार करना शुरू कर दिया, जिसने आखिरकार अगस्त में परिणाम दिया, और नेपाल के प्रधानमंत्री, के.पी. शर्मा ओली और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेलीफोन पर बात की और सहमत हुए।
जानकार सूत्रों के अनुसार, इसके बाद मोदी ने अक्टूबर में ओली से मिलने के लिए भारत के एक्सटर्नल जासूसी एजेंसी के प्रमुख सामंत गोयल को अपने दूत के रूप में भेजा, जिसके बाद आखिरकार दोनों पक्षों की उच्च-स्तरीय यात्राओं का मार्ग प्रशस्त हुआ।
गोयल के लौटने के बाद, भारतीय सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे ने इस महीने की शुरुआत में नेपाल का दौरा किया था और दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से चली आ रही अनोखी परंपरा नेपाल सेना के जनरल रैंक के मानद से उन्हें सम्मानित किया गया।
वहीं अब दिल्ली ने अब अपने शीर्ष राजनयिक को काठमांडू भेज दिया है और श्रृंगला की यात्रा से निकट भविष्य में और अधिक उच्च-स्तरीय यात्राओं के लिए मार्ग प्रशस्त करने की उम्मीद है।
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि आर्थिक सहयोग, सीमा विवाद, नेपाल-भारत संबंधों पर प्रतिष्ठित व्यक्तियों के समूह की रिपोर्ट, कनेक्टिविटी से संबंधित परियोजनाएं, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग, कोविड वैक्सीन की आपूर्ति सहित नेपाल में सभी द्विपक्षीय मुद्दों को शीर्ष पर सूचीबद्ध किया गया है।
काठमांडू में अपनी 30 घंटे की यात्रा के दौरान, श्रृंगला राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी, प्रधानमंत्री ओली, विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली सहित अन्य लोगों से मुलाकात करेंगे। वह विपक्षी दल के नेता शेर बहादुर देउबा से भी मुलाकात करेंगे और अपनी नेपाल यात्रा से पहले एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमेसी द्वारा आयोजित नेपाल-भारत संबंधों पर व्याख्यान देंगे। वह भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित दो परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
एमएनएस/एसजीके
Created On :   26 Nov 2020 7:01 PM IST