Internet Shutdown का भारत में नहीं होगा असर, ​जानें कितना प्रभाव

Internet shutdown will not affect India, know about its impact
Internet Shutdown का भारत में नहीं होगा असर, ​जानें कितना प्रभाव
Internet Shutdown का भारत में नहीं होगा असर, ​जानें कितना प्रभाव
हाईलाइट
  • इंटरनेट बंद की समस्या से निपटने किए इंतजाम
  • इंटरनेट सेक्युरिटी से जुड़े अधिकारियों ने की पुष्टि
  • दुनियाभर के सिर्फ 1 फीसदी लोगों पर ही असर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में इंटरनेट बंद होने की खबरों को लेकर लोगों के मन में इस बात को लेकर चिंता है कि क्या उनका Whatsapp और Facebook भी घंटों के लिए बंद हो जाएगा? या वे इंटरनेट से जुड़े किसी भी तरह के कार्यों को नहीं कर सकेंगे? आप भी इस बात से परेशान हैं, तो यह खबर आपकी चिंता को दूर करने के लिए है। दरअसल हाल ही में इस बात का संकेत मिला है, कि Internet shutdown के दौरान दुनिया भर में सिर्फ कुछ लोगों पर ही इसका असर होगा। 

दरअसल दुनियाभर में इंटरनेट बंद की खबरों पर भारत में इंटरनेट सेक्युरिटी से जुड़े अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि "Internet Shutdown" होने पर भी भारत में आसानी से काम होते रहेंगे। दुनिया भर में इसके लिए इंतजाम कर लिए गए हैं, ऐसे में लोगों को चिंता करने की जरुरत नहीं है। 

इतना प्रभाव
ICANN ने इस पर स्पष्टीकरण दिया है कि इसका असर लगभग ना के बराबर पड़ेगा। ICANN के प्रवक्ता ने कहा, क्रिप्टोग्राफिक की में बदलाव एक दिन पहले से ही चल रहा है और अब तक इंटरनेट सेवाओं पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा है। सूत्रों की मानें तो इसका असर दुनियाभर के सिर्फ 1 फीसदी (करीब 36 मिलियन) लोगों पर ही होगा। मतलब करीब 99 फीसदी लोग इससे प्रभावित नहीं होंगे। कहा जा सकता है कि आपका इंटरनेट बंद होने की संभावना न के बराबर है। 

रिपोर्ट
गौरतलब है कि Russia Today की रिपोर्ट में दुनियाभर में इंटरनेट बंद होने की बात कही गई थी। रिपोर्ट के अनुसार कुछ घंटोंं तक मुख्य डोमेन सर्वर्स और इससे जुड़े नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर कुछ समय के लिए डाउन रहेंगे। जिससे दुनियाभर में इंटरनेट यूजर्स को नेटवर्क फेलियर होने की समस्या से जूझना पड़ेगा। रिपोर्ट के अनुसार इंटरनेट कॉर्पोरेशन ऑफ असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स इस दौरान क्रिप्टोग्राफिक की बदलकर इस दौरान मेंटनेंस का काम करेंगी। इससे इंटरनेट की अड्रेस बुक या डोमेन नेम सिस्टम (DNS)को प्रोटेक्ट करने में मदद मिलेगी। वहीं ICANN ने कहा कि साइबर अटैक की बढ़ती घटनाओं से बचने के लिए मेंटनेंस का यह काम करना जरूरी हो गया है।

बदलाव
एक बयान में कम्युनिकेशन्स रेगुलेटरी अथॉरिटी (CRA) ने कहा कि ग्लोबल इंटरनेट शटडाउन, सुरक्षा, स्थिर और लचीले डीएनएस के लिए बेहद आवश्यक है। इससे कुछ इंटरनेट उपयोगकर्ता अगर उनके नेटवर्क ऑपरेटर या इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISPs) इस बदलाव के लिए तैयार नहीं हैं तो कुछ इंटरनेट यूजर्स को इससे परेशानी हो सकती है। हालांकि, सिस्टम सिक्योरटी को अनेबल करके इस प्रभाव से बचा जा सकता है।

   

 

 

Created On :   13 Oct 2018 12:01 PM IST

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