अब ट्रेन में नहीं होगी कैश की जरूरत, IRCTC ने शुरू किया ट्रेनों में POS मशीनों का प्रयोग
- मार्च 2018 में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे कर्नाटक एक्सप्रेस (2627-28) में शुरू किया था।
- IRCTC ने शुक्रवार को यात्रियों की सुविधा में इजाफा किया है।
- अब ट्रेनों में खाने-पीने की चीजों का भुगतान पॉइंट ऑफ सेल (POS) हैंडहेल्ड मशीनों के माध्यम से भी किया जा सकेगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (IRCTC) ने शुक्रवार को यात्रियों की सुविधा में इजाफा किया है। अब ट्रेनों में खाने-पीने की चीजों का भुगतान पॉइंट ऑफ सेल (POS) हैंडहेल्ड मशीनों के माध्यम से भी किया जा सकेगा। यात्रियों को मौके पर ही इसका बिल भी मिलेगा। ओवरचार्जिंग की शिकायतों के बाद IRCTC ने ये महत्वपूर्ण कदम उठाया है। IRCTC को उम्मीद है कि उनके इस कदम से ऐसी शिकायतों में काफी कमी आएगी। बता दें कि IRCTC ने मार्च 2018 में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे कर्नाटक एक्सप्रेस (2627-28) में शुरू किया था। अब इस योजना के अगले चरण में इस सुविधा को 26 ट्रेनों में बढ़ाया गया है।
Indian Railway Catering Tourism Corporation (IRCTC) introduces on-the-spot bill generation for payment of food items on trains with Point of Sale (POS) machines; #visuals from Kashi Vishwanath Express pic.twitter.com/fbkqQyP6oC
— ANI (@ANI) January 25, 2019
जिन 26 ट्रेनों में POS हैंडहेल्ड मशीनों से भुगतान की सुविधा दी जा रही है उनमें 50 रेक है। ट्रेन के इन सभी रेक में फिलहाल दो-दो POS मशीनें दी गई है। यात्रियों के उपयोग और प्रतिक्रिया के अनुसार इन मशीनों को धीरे-धीरे कर बढ़ाया जाएगा। यह नई योजना ठीक से काम कर रही है या नहीं इसके लिए रेलवे इंसपेक्टर की ड्यूटी लगाई गई है, जो यह ध्यान रखेंगे कि यात्रियों से खाने की एवज में तय कीमत ली जा रही है या नहीं। साथ ही बिल भी दिया जा रहा है या नहीं।
रेलवे के मुताबिक केटरिंग सेवाओं की मॉनीटरिंग करने के लिए IRCTC ने अफसरों को टैबलेट दिए है। टैबलेट के जरिए अफसर ट्रेनों में यात्रियों का फीडबैक ले रहे है। ऑनबोर्ड सेवाओं का प्रबंधन करने वाले सेवा प्रदाताओं को POS मशीन के उपयोग के लिए नोएडा, उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षित किया गया था। पहले बैच के लिए प्रशिक्षण 21 मार्च, 2018-मार्च 24, 2018 तक चला था।
बता दें कि साल 2017 में अप्रैल से अक्टूबर के बीच खाने की अधिक कीमत वसूलने की रेलवे को 7000 से भी ज्यादा शिकायतें मिली थीं। इन शिकायतों को देखते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आदेश दिया था कि अगर कोई वेंडर खाने के बॉक्स के ऊपर कीमत को नहीं लिखता है तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाए। इन निर्देशों के बाद कैटरर्स के लाइसेंस रद्द करने के साथ-साथ जुर्माने की भी कार्रवाई की गई थी।
Created On :   25 Jan 2019 9:00 PM IST