पंजाब CM के हत्यारे जगतार सिंह तारा को उम्रकैद की सजा
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या के मामले में कोर्ट ने जगतार सिंह तारा को उम्र कैद की सजा सुनाई है। जगतार सिंह तारा खालिस्तान समर्थक आतंकी है। शनिवार को चंडीगढ़ की एक अदालत ने जगतारी की सजा का ऐलान किया। कोर्ट ने 9 मार्च को हुई आखिरी सुनवाई के दौरान जगतार सिंह को बेअंत सिंह की हत्या का दोषी करार दिया था।
जगतार सिंह तारा की सारी जिंदगी अब जेल में कटेगी। तारा को आखिरी सांस तक उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। साथ ही 35000 रुपये जुर्माना लगाया गया है। खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) और बब्बर खालसा ग्रुप के सदस्य जगतार सिंह तारा को शुक्रवार को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जेएस सिद्धू की अदालत ने दोषी करार दिया था। इन्हीं जज की विशेष अदालत ने दोषी तारा को शनिवार को सजा सुनाई।
बेअंत सिंह हत्याकांड के आरोप में चंडीगढ़ की बुडैल जेल में बंद जगतार सिंह तारा ने 25 जनवरी को अपना गुनाह कबूल किया था। अपने कबूलनामे में उसने लिखा था कि उसे बेअंत सिंह की हत्या करने का कोई पछतावा नहीं है। शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई पूरी हुई। सुनवाई के दौरान जगतार सिंह अपने पुराने बयानों पर पूरी तरह से कायम रहा। जज ने जगतार सिंह को अपने बचाव में गवाह पेश करने को कहा था, लेकिन जगतार सिंह ने कहा कि जो बयान उसने लिखित में दिए हैं, वही अंतिम समझा जाए। इसके बाद अदालत ने जगतार को दोषि ठहराते हुए शनिवार को सजा का ऐलान किया।
क्या है मामला?
जगतार सिंह तारा खालिस्तान टाइगर फोर्स का स्वयंभू कमांडर था, 2004 में वह चंडीगढ़ की बुडैल जेल से फरार हो गया था, जिसके बाद उसे जनवरी 2015 में थाइलैंड से गिरफ्तार किया गया था। 31 अगस्त 1995 में पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की ह्त्या की साजिश जगतार ने ही रची थी। उस दिन चंडीगढ़ में पंजाब सचिवालय के सामने आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया था, जिसमें बेअंत सिंह समेत 18 लोगों की मौत हो गई थी। केएलएफ के दिलावर सिंह जयसिंहवाला ने यह आत्मघाती हमला किया था। इस हत्याकांड में दोषी पाए गए बलवंत सिंह राजोआणा के खिलाफ पटियाला जेल में 31 मार्च 2012 को फांसी देने के वारंट अदालत ने जारी किए थे। हालांकि किन्हीं कारणों से केंद्र सरकार ने इस फैसले पर रोक लगा दी थी।
Created On :   17 March 2018 6:03 PM IST