झारखंड: योग के जरिए स्कूली बच्चों में प्रतिरक्षा क्षमता विकसित करने का प्रयास
- झारखंड: योग के जरिए स्कूली बच्चों में प्रतिरक्षा क्षमता विकसित करने का प्रयास
रांची, 28 जुलाई (आईएएनएस)। कोरोना काल में जहां पूरा देश कोरोनावायरस महामारी से जूझ रहा है, वहीं झारखंड के एक स्कूल ने छात्रों में बीमारी से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा क्षमता विकसित करने योग का सहारा लिया है।
कहा जाता है कि योग से ना केवल हम शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं बल्कि हम मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहते हैं।
रांची के सबसे पुराने स्कूलों में से एक मेटास सेवेंथ-डे एडवेंटिस्ट हायर सेकेंडरी स्कूल में प्रधानाचार्य एस.डी.डी.नायडू की पहल पर योग शिक्षिका राफिया नाज के द्वारा योग की ऑनलाइन कक्षाएं लग रही हैं, जिसमें बच्चों के साथ अभिभावक भी प्राणायाम और योगासन का महत्व सीख रहे हैं।
इस ऑनलाइन योग कक्षा में शामिल होने वाले बच्चों की संख्या करीब 2,000 है। यह बच्चे कक्षा 2 से लेकर 12वीं तक के हैं।
इस निजी स्कूल के बच्चों ने पिछले साल में आईईसीएसई काउंसिल द्वारा आयोजित योग प्रतियोगिता में अपना परचम लहराया था। यहां के बच्चों ने रीजनल स्तर पर छह पुरस्कार, जोनल स्तर पर पांच पुरस्कार, राष्ट्रीय स्तर पर एक पुरस्कार और एसजीएफआई में भी अपना स्थान बनाया था।
योग शिक्षिका राफिया नाज का कहना है हमें रोजाना योग करना चाहिए क्योंकि योग हमें मानसिक और शारीरिक रुप से स्वस्थ रखता है और योग किसी भी धर्म से नहीं है। योग करने में गर्व महसूस होना चाहिए क्योंकि योग हमारी भारतीय संस्कृति है।
वे कहती हैं, योग के अनेक फायदे हैं पर हम इसे अनदेखा कर रहे हैं। हमें योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की आवश्यकता है।
उन्होंने सभी स्कूलों में योग की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि योग से इम्युन सिस्टम को भी मजबूत किया जा सकता है और इस कोरोना वायरस से लड़ने के लिए योग हमारे शरीर को योग सक्षम बनाता है।
स्कूल के प्राचार्य एस.डी.डी.नायडू का कहना है कि हमारे विद्यालय में डेढ़ साल से योग सिखाया जा रहा है। योग के क्षेत्र में हमारे विद्यालय के बच्चों का प्रदर्शन सराहनीय है और योग से बच्चे अपने मन को एकाग्र कर पढ़ाई में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे है। नायडू कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी योग पर बल देते हैं।
उन्होंने कहा, हमारे आईसीएसई काउंसिल के द्वारा सभी विद्यालयों में अनिवार्य कर दिया गया है और जल्दी हमारे विद्यालय के पाठ्यक्रम में भी योग शामिल होगा। हम सभी को रोजाना योग करना चाहिए।
छात्र कुमार उज्जवल का कहना है कि योग से हमें बहुत शांति मिलती है। लॉकडाउन के हम पूरे समय घर पर ही रह रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन योग की कक्षाओं से पूरा परिवार साथ में योग कर रहा है।
Created On :   28 July 2020 1:30 PM IST