झारखंड : एतवा को मिली फटेहाल जिंदगी से मुक्ति, बुढ़ापा पेंशन मिला

Jharkhand: Etawah gets freedom from a bad life, gets old age pension
झारखंड : एतवा को मिली फटेहाल जिंदगी से मुक्ति, बुढ़ापा पेंशन मिला
झारखंड : एतवा को मिली फटेहाल जिंदगी से मुक्ति, बुढ़ापा पेंशन मिला
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  • झारखंड : एतवा को मिली फटेहाल जिंदगी से मुक्ति
  • बुढ़ापा पेंशन मिला

रांची, 28 फरवरी (आईएएनएस)। न वृद्धावस्था पेंशन, न राशन कॉर्ड और न ही अनाज की व्यवस्था। झारखंड के गुमला के कामडारा के रहने वाले 62 वर्षीय एतवा राम की स्थिति तो यह थी कि कामडारा प्रखंड कार्यालय परिसर के पीछे स्थित कन्या मध्य विद्यालय के जर्जर भवन को ही अपना आशियाना बना लिया था।

एतवा इसी खंडहरनुमा भवन में अपनी जिंदगी काट रहा था। इसी दौरान उसकी पत्नी लालो देवी की भी मौत हो गई। अपनी दो बेटियों की शादी भी एतवा ने यहीं से किसी तरह कर दिया। वर्षो से एतवा अकेले जीवनयापन करता रहा। वह सुबह होते बभनडीह, पकरा, गरई इलाके के छोटी नदियों और नालों में छोटी मछलियां पकड़ता और बाजार में ले जाकर बेचता। इससे जो आमदनी हो जाती, उसी से कुछ खरीदकर भूख मिटाता। जिस दिन मछली नहीं फंसी उस दिन भूखे पेट सो जाता।

इसी बीच, एक दैनिक अखबार में एतवा की फटेहाल जिंदगी की कहानी प्रकाशित हुई और किसी ने अखबार की कटिंग के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जोड़कर ट्वीट कर दिया।

मुख्यमंत्री सोरेन ने इसके बाद पहल करते हुए ट्वीट द्वारा ही गुमला के उपायुक्त को निर्देश देते हुए लिखा, कृपया एतवा राम जी की जरूरी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ देते हुए सूचित करें। यह भी देखें कि भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की तकलीफ न हो।

इसके बाद तो एतवा की जिंदगी ही बदल गई। गुमला के उपायुक्त शशिरंजन कहते हैं, एतवा राम को वृद्धावस्था पेंशन की स्वीकृति, राशन कार्ड का आवेदन एवं अनाज की व्यवस्था कर दी गई है। तत्काल प्रखंड परिसर में ही अस्थायी आवास उपलब्ध करा दिया गया है। उनके स्वास्थ्य की जांच भी करवाई गई है। बहुत जल्द ही अन्य योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।

इस बीच, मुख्यमंत्री ने अपने अधिकारिक बयान में कहा, गुमला के कामडारा निवासी एतवा राम की जिंदगी में खुशहाली ने दस्तक दे दी। उसकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव परिलक्षित होना शुरू हो गया।

बयान में कहा गया, मुख्यमंत्री को ट्वीट के माध्यम से जानकारी मिली की गुमला के कामडारा निवासी एतवा कामडारा प्रखंड कार्यालय के पीछे स्थित एक स्कूल के जर्जर भवन में रहकर फटेहाल जिंदगी गुजार रहा है। जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त, गुमला को सभी जरूरी योजनाएं एतवा को प्रदान करने को कहा है, जिससे एतवा की जिंदगी में बदलाव दिखे और वह स्वाभिमान के साथ अपनी जिंदगी गुजार सके।

मुख्यमंत्री ने कहा, यह सरकार का सौभाग्य है कि हम गरीबों को उनका हक दिलाने में काम आ रहे हैं। हम गरीबी की गहरी खाई को पाटने में जुटे हैं, इसे पाटने में कुछ समय तो जरूर लगेगा, लेकिन राज्य की जनता से मिल रहे सहयोग की बदौलत इस खाई को भरने का हर संभव प्रयास करेंगे।

Created On :   28 Feb 2020 12:00 PM IST

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