- जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक गिरफ्तार।
- पुलवामा हमले के बाद हटाई गई थी हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा।
- यासीन मलिक सहित 18 हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली थी।
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। पुलवामा अटैक के बाद से जम्मू कश्मीर में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने आतंक के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। यासीन मलिक और अब्दुल हमीद फयाज सहित 150 अलगाववादी नेता और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन में बैठा लिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि संविधान की धारा 35-A पर सुनवाई से पहले एहतियातन प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
Jammu Kashmir Liberation Front Chief Yasin Malik was detained from his residence in Srinagar last night, ahead of hearing on Article 35A in Supreme Court which is likely to take place on Monday. pic.twitter.com/S8c9QFhG1e
— ANI (@ANI) February 23, 2019
जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट का प्रमुख है मलिक
जम्मू कश्मीर में अलगाववाद को हवा देने वाले बड़े नेताओं में शुमार यासीन मलिक को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया गया। यासीन मलिक जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट का प्रमुख है। इसके अलावा जमात ए इस्लामी संगठन प्रमुख अब्दुल हमीद फयाज को भी गिरफ्त में लिया गया है। इस पार्टी को हिजबुल मुजाहिद्दीन की राजनैतिक शाखा के तौर पर भी जाना जाता है, हालांकि पार्टी इस बात से इनकार करती आई है। यासीन मलिक की पार्टी ने उनकी गिरफ्तारी की निंदा भी की है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पुलवामा हमले के 8 दिन बाद ये कदम उठाया है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
यासीन मलिक सहित कई हुर्रियत नेताओं की हटाई गई थी सुरक्षा
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद सरकार ने 20 फरवरी को यासीन मलिक सहित जम्मू कश्मीर के 18 हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा हटा दी थी। इनके अलावा जम्मू कश्मीर में 155 नेताओं की भी सुरक्षा हटाई जा चुकी है। अब्बास अंसारी, गिलानी जैसे अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा हटाई गई है। फारुक किचलू की भी सुरक्षा हटी।
घाटी पर भेजी गईं सुरक्षा बलों की 100 कंपनियां
वहीं सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षा बलों की 100 कंपनियां घाटी पर भेजी गई हैं। घाटी में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। गृह मंत्रालय ने अर्द्धसैनिक बलों की 100 कंपनियों को जम्मू-कश्मीर भेजा है। इसमें CRPF की 35, BSF की 35, SSB की 10 और ITBP की 10 कंपनियां शामिल हैं। हालांकि अभी किसी और नेता के हिरासत में लेने या गिरफ्तारी की खबर नहीं आई है। यासीन मलिक की गिरफ्तारी इसलिए भी अहम है, क्योंकि सोमवार को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली संविधान की धारा 35-A पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है।
पाकिस्तान भी कार्रवाई में जुटा
पुलवामा हमले को लेकर भारत के दबाव के बाद पाकिस्तान भी कार्रवाई कर रहा है। पाकिस्तान ने आतंकी मसूद अजहर पर शिकंजा कसा है। पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक जैश मुख्यालय को पाकिस्तान सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है।
Created On :   23 Feb 2019 8:35 AM IST