कर्नाटक चुनाव: भाजपा और कांग्रेस-जेडीएस ने किया सरकार बनाने का दावा, राज्यपाल के पाले में गेंद
- इस विधानसभा के लिए 12 मई को मतदान हुआ था।
- 224 सीटों वाली विधानसभा की 222 सीटों पर पड़े वोटों की गिनती मंगलवार सुबह 8 बजे से शुरू हुई।
- कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना शुरू हो गई है।
- चुनाव दक्षिण भारत के राज्य में हैं
- लेकिन पूरे उत्तर भारत सहित देशभर की नजर इन परिणामों पर टिकी हुई है।
- राज्य में वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है और नई सरकार के लिए जनादेश का फैसला आज की मतगणना से होगा।
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तस्वीर साफ हो चुकी है। नतीजों के मुताबिक बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78, जेडीएस के खाते में 37 और अन्य के खाते में 3 सीटें आईं हैं। चुनाव नतीजों के मुताबिक बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और इस आधार पर उसने सरकार बनाने के दावा भी पेश कर दिया है। बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के दावेदार बीएस येदियुरप्पा ने मंगलवार शाम राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। उधर, येदियुरप्पा के बाद जेडीएस और कांग्रेस ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है। ऐसे में अब गेंद राज्यपाल के पाले में हैं और देखना महत्वपूर्ण होगा कि वह सरकार बनाने का न्योता किसे देते हैं। सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल बीजेपी को पहले मौका दे सकते हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जेडीएस को समर्थन दे रही है। इससे पहले कांग्रेस के समर्थन से कुमारस्वामी सीएम बनने को तैयार थे। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना मंगलवार सुबह 8 बजे शुरु हो गई थी शुरुआत में कुछ देर तक कांग्रेस और बीजेपी में कांटे की टक्कर नजर आई लेकिन बाद में बीजेपी ने कांग्रेस पर बढ़त बना ली।
Updates:-
कर्नाटक चुनाव: बेंग्लुरु में कांग्रेस के बड़े नेताओं से मिलने पहुंचे देवेगौड़ा
कर्नाटक चुनाव: बुधवार सुबह 11 बजे बेंगलुरु में होगी BJP विधायक दल की बैठक
कर्नाटक चुनावः बुधवार सुबह 10:30 बजे बीजेपी के विधायक दल की बैठक
हमारे पास बहुमत का आंकड़ा है: सिद्धारमैया
हमने राज्यपाल को गठबंधन का पत्र सौंपा: एच. डी. कुमारस्वामी
सिद्धारमैया भी राज्यपाल से मिलने पहुंचे, JDS के समर्थन का करेंगे दावा
येदियुरप्पा ने बहुमत साबित करने के लिए दो दिन का मांगा समय
कांग्रेस के सात लिंगायत MLA बीजेपी के संपर्क में
जेडीएस को समर्थन पर कांग्रेस में बगावत
येदियुरप्पा के बाद अब कुमारस्वामी राज्यपाल से कर रहे हैं मुलाकात
हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे: येदियुरप्पा
ममता बनर्जी ने देवगौड़ा से बात की, कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की अपील
राज्यपाल से मिलने पहुंचे येदियुरप्पा
जेडीएस के कुमारस्वामी ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने का दावा किया
राज्यपाल से मिलने के लिए शाम 5:30 से 6 बजे के बीच मांगा वक्त
राज्यपाल से मिलकर सिद्धारमैया ने सौंपा इस्तीफा
जेडीएस का दावा 18 मई को लेंगे शपथ, जेडीएस प्रवक्ता ने किया दावा, कांग्रेस का प्रस्ताव स्वीकार किया, जेपी के तीन बड़े नेता बेंगलूरू जा रहे हैं
ग़ुलाम नबी आज़ाद और गहलोत जल्दी ही देवेगौड़ा के घर पहुंचने वाले हैं
खास बात यह है कि भले ही बीजेपी के पास बढ़ते हैं लेकिन 1.5 प्रतिशत से कांग्रेस को बढ़त है। बीजेपी का वोट प्रतिशत 36.5 है, तो कांग्रेस का 38.0 है
गुलाम नबी ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है
बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने शिकारीपुरा सीट से 35,397 मतों से जीत दर्ज की
BJP CM Candidate BS Yeddyurappa wins from Shikaripura seat by 35,397 votes #KarnatakaElections2018(File Pic) pic.twitter.com/obaxDpy1lP
— ANI (@ANI) May 15, 2018
- बीजेपी उम्मीदवार येदियुरप्पा आज दोपहर तीन बजे दिल्ली आएंगे। येदियुरप्पा ने कहा था कि मैं 17 मई को शपथ लूंगा।
- कर्नाटक में बीजेपी सरकार, बहुमत की दहलीज पर बीजेपी
- 222 सीटों के रुझान में बीजेपी- 104, कांग्रेस- 77, जेडीएस+ 38 पर आगे
- सिद्धारमैया बादामी में आगे, चामुंडेश्वरी में पीछे
- बीजेपी के सीएम उम्मीदवार येदियुरप्पा शिकारीपुरा से आगे चल रहे हैं
कर्नाटक की जीत बड़ी जीत
कर्नाटक की जीत पर बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रियाएं आना शुरु हो गई हैं। प्रकाश जावड़ेकर ने कर्नाटक में बीजेपी की जीत को बड़ी जीत बताया है, जावड़ेकर का कहना है कि कर्नाटक की जनता अच्छी सरकार चाहती थी इसलिए उसने बीजेपी को चुना। कांग्रेस लगातार राज्यों में चुनाव हार रही है और बीजेपी एक के बाद एक राज्य जीतते जा रही है।
People of Karnataka want good governance, that is why they have chosen BJP. This is a big victory for the party. Congress is losing state after state we are winning state after state: Prakash Javadekar, BJP Karnataka in-charge pic.twitter.com/ifgr278QRe
— ANI (@ANI) May 15, 2018
दिल्ली में जीत का जश्न
कर्नाटक में मोदी लहर के बाद बीजेपी बहुमत के साथ सरकार बनती हुई नजर आ रही है। कर्नाटक में मिली इस जीत से देशभर में बीजेपी कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली भी कर्नाटक की जीत का जश्न मनाया। तो वहीं पार्टी कार्यालय में केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और निर्मला सीतारमण ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर कर्नाटक चुनाव की जीत की बधाई दी।
Union Ministers Ravi Shankar Prasad and Nirmala Sitharaman celebrate at party headquarters in Delhi #KarnatakaElectionResults pic.twitter.com/ZLsHco9eR2
— ANI (@ANI) May 15, 2018
BJP workers celebrate outside party office in #Delhi as trends show the party is set to win #KarnatakaElectionResults2018. pic.twitter.com/uOznAJ6A7E
— ANI (@ANI) May 15, 2018
हार का ठीकरा फिर EVM पर
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर ईवीएम पर हार का ठीकरा फोड़ना शुरु कर दिया है। कांग्रेस नेता मोहन प्रकाश ने कर्नाटक चुनाव के परिणामों पर कहा है कि वो पहले दिन से ही कह रहे हैं कि भारत में ऐसा कोई राजनीतिक दल नहीं है जिसने ईवीएम पर सवाल नहीं उठाए हैं, बीजेपी भी उन पार्टियों में से एक है जो अतीत में ईवीएम पर संदेह जता चुकी है ऐसे में बीजेपी को चुनाव मतपत्र से चुनाव कराने में क्या समस्या है।
I am saying it from day 1, there is no political party in India which has not raised questions on EVMs, even BJP has done it in the past. Now when all parties are doubting EVMs then what problem does BJP have in conducting polls through ballot?: Mohan Prakash,Congress pic.twitter.com/t70xtsaHoX
— ANI (@ANI) May 15, 2018
जीत के लिए दुआओं का दौर
विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस उम्मीदवार पूजा-पाठ कर रहे हैं।
"Havan" being performed by Congress workers outside AICC office in #Delhi, ahead of counting of votes for #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/n7RU2CXbVQ
— ANI (@ANI) May 15, 2018
JDS"s HD Kumaraswamy offers prayers at Adichunchanagiri Mahasamsthana Math in Nagamangala ahead of counting of votes for #KarnatakaElections2018 . Kumaraswamy is contesting from Ramanagara and Channapatna constituencies pic.twitter.com/3usqTFsRch
— ANI (@ANI) May 15, 2018
Bellary: BJP"s B.Sriramalu prays ahead of counting of votes. He is contesting against CM Siddaramaiah from Badami constituency. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/ImhVnVJXpg
— ANI (@ANI) May 15, 2018
40 केंद्रों पर हो रही मतगणना
वोटों की गिनती 40 केंद्रों पर शुरू हो गई है। आज पता चल जाएगा कि प्रदेश के सत्ता की चाबी किसे मिलेगी। पार्टियों के प्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों और पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। कर्नाटक 6 हिस्सों बेंगलुरु, ओल्ड मैसूरु, कोस्टल कर्नाटक, बॉम्बे-कर्नाटक, हैदराबाद-कर्नाटक और मध्य कर्नाटक में बंटा हुआ है। इसके हर हिस्से के अपने राजनीतिक समीकरण हैं।
चुनाव के बाद एग्जिट पोल में भी किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। राज्य में त्रिशंकु विधानसभा के अनुमान लगाए जा रहे हैं। ऐसे में पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है।
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा की आरआर नगर सीट पर चुनावी गड़बड़ी की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने मतदान स्थगित कर दिया था। वहीं जयनगर सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के निधन के चलते वोटिंग टाल दी गई थी। 12 मई को मतदान के बाद चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि 72.13 फीसदी मतदान हुआ है। 1952 के बाद इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत सबसे ज्यादा रहा।
बेंगलुरु में काउंटिंग सेंटर्स की सुरक्षा में 11000 पुलिसकर्मी, रैपिड एक्शन फोर्स की एक टुकड़ी और कर्नाटक स्टेट रिजर्व पुलिस (KSRP) की 20 टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
कांग्रेस जीती तो बनेगा रिकॉर्ड
अगर इस चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में स्पष्ट जनादेश जाता है तो 1985 के बाद ये पहली बार होगा जब कोई पार्टी होगी जो लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी। 1985 में तत्कालीन जनता दल ने रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार सरकार बनाई थी। 2013 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 121, बीजेपी को 40, जेडीएस को 40, कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) 06 और अन्य को 16 सीटें मिली थीं।
नतीजों से ठीक पहले कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री के दावेदार सिद्धारमैया ने कह दिया है कि यदि आलाकमान फैसला करता है तो वो किसी दलित को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर खुद कुर्सी छोड़ने को तैयार है। उनके बयान के बाद से कयास लगाए जा रहे लगे हैं कि खंडित जनादेश आ सकता है। उनके इस बयान को जेडीएस से गठबंधन के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है। देवगौड़ा की पार्टी से सिद्धारमैया के संबंध हमेशा तनावपूर्ण रहे हैं, हालांकि पूर्व में वह JDS के नेता थे।
Created On :   15 May 2018 7:36 AM IST