कर्नाटक चुनाव : 222 सीटों के लिए 70 फीसदी वोटरों ने किया मतदान
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक में 224 में से 222 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग शनिवार को हो चुकी है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस बार विधानसभा चुनाव में 70 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई है। यह प्रतिशत पिछली बार की तुलना में 1.4% कम है। 2013 के विधानसभा चुनाव में राज्य में 71.4% मतदान दर्ज किया गया था। गौरतलब है कि बीजेपी और कांग्रेस में यहां सीधी टक्कर है। जनता दल (सेक्युलर) भी यहां अपना दम दिखा रही है। दोनों बड़ी पार्टियों समेत सभी क्षेत्रीय दल चुनाव से पहले अपना-अपना दम रैलियों के जरिए दिखा चुके हैं। देश के अधिकांश हिस्सों में सत्ता गवां चुकी कांग्रेस के लिए जहां कर्नाटक में सत्ता बरकरार रखना जरूरी होगा, वहीं बीजेपी के लिए भी कर्नाटक का यह चुनाव पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है। ऐसे में इस चुनाव के नतीजे बड़े ही दिलचस्प होंगे। चुनाव के नतीजे 15 मई को घोषित किए जाएंगे। बता दें कि यहां 2 विधानसभा सीटों पर चुनाव टाल दिया गया है।
The #ElectionCommission noted that so far, the #voterturnout is 70 percent, compared to 71.4 percent in 2013 elections in #KarnatakaElections2018
— ANI Digital (@ani_digital) May 12, 2018
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LIVE अपडेट :
- कर्नाटक में 222 सीटों के लिए वोटिंग खत्म, 70 फीसदी वोटरों ने किया मतदान।
- चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शाम 5 बजे तक कर्नाटक में 64.35 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है।
- दोपहर 3 बजे तक कर्नाटक में 56% वोटरों ने किया मतदान।
- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने चामुंडेश्वरी में अपना वोट डाला, वह चामुंडेश्वरी और बादामी निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं होलेनारसीपुरा के गांव में कांग्रेस उम्मीदवार पर पत्थर फेंके गए हैं। 3 बजे तक 56 फीसदी वोटिंग हो चुकी है।
- कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक में 130 से ज्यादा सीटें हासिल करेगी।
- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मैसूर के वर्ना में बोले "हमें यकीन है कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा सत्ता में लौटेगी।
- उड्डपी में सबसे ज्यादा 31% वोटिंग की गई। 1 बजे तक 36.8 फीसदी वोटिंग की गई। बेंगलुरु ग्रामीण में 44% और बेंगलुरु शहर में 28% वोटिंग हुई है।
- एच.डी. कुमारस्वामी ने अपने पत्नी अनीता के साथ रामनगर में डाला वोट। कहा- हमें यह विश्वास है कि जेडीएस अपने दम पर जादुई आंकड़े पार करेगी।
HD Kumaraswamy and wife Anitha after casting their vote in Ramanagara. Kumaraswamy says, "We are confident that JDS will cross the magic number on its own" #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/ARk584lQfR
— ANI (@ANI) May 12, 2018
- बादामी-बेंगलुरु में भिड़े कांग्रेस-BJP समर्थक, 11 बजे तक 24 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई।
- सिद्धगंगा मठ के प्रमुख 111 साल के श्री शिवकुमार स्वामी ने तुमकुर में अपने अनुयायियों के साथ वोट डाला।
- मल्लिकार्जुन खड़गे बोले भाजपा कर्नाटक में सरकार बनाने के सपने देख रही है, 150 तो छोड़िए, भाजपा ज्यादा से ज्यादा 60-70 सीटें जीतेगी।
- 9 बजे तक डाले गए 10.6 फीसद वोटिग हो चुकी है।
- सीएम सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा कि "आज लोग इतिहास बनाने के लिए लाइन में खड़े हैं, आज राष्ट्र को दिखाना है कि कैसे एक विन्रम, प्रगतिशील, शांतिप्रिय सरकार बनाई जा सकती है।
Today People of Karnataka are standing in queues to create history show the nation the way to liberal, progressive, peaceful compassionate politics governance.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) May 12, 2018
I thank them for their support wish them well. https://t.co/XC662rENDI
- हुबली के बूथ नंबर 108 पर VVPAT मशीन बदली गई, फिर से वोटिंग शुरू होने में लगेगा थोड़ा वक्त
- वोट डालने गई JDS नेता की पत्नी ने कहा वोटिंग में "वास्तुदोष" है, EVM को शिफ्ट किया जाए।
- BJP सांसद चंद्रशेखर ने भी बेंगलुरु के कोरमनगला में डाला वोट।
BJP MP Rajeev Chandrasekhar casts his vote at Karnataka Reddyjana Sangha in Bengaluru"s Koramangala. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/gDF4oJJjf5
— ANI (@ANI) May 12, 2018
- पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और उनके बेटे एच डी रेवन्ना ने हासन जिले के होलनरसीपुरा में अपना वोट डाला।
- बीजेपी के उम्मीदवार बी श्रीरामलू ने वोट डालने से पहले अपने आवास पर गौमाता की पूजा की, वह मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ बादामी सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
Bellary: BJP"s B.Sriramalu performed "gau pooja" (cow worship) before casting his vote. He is contesting against CM Siddaramaiah from Badami constituency. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/Ht3akZlzK3
— ANI (@ANI) May 12, 2018
- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कर्नाटक के लोगों से भारी तादाद में मतदान में हिस्सा लेने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि वे खासतौर से युवाओं से अपील करेंगे कि वे किसी दल विशेष के लिए नहीं बल्कि अपने लिए वोट जरूर दें।
- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मतदान से पहले कर्नाटक में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए ट्वीट कर कहा, मतदान के दिन हमारी पोलिंग टीम और पार्टी के कार्यकर्ताओं को अलर्ट रहना होगा। उन्हें उन वोटरों को पोलिंग बूथ लाने में मदद करनी होगी जिन्हें बारिश की वजह से वहां पहुंचने में दिक्कत हो रही है।
I appeal to all office bearers workers of the Congress party in Karnataka to provide all possible assistance to those affected by the heavy rains.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 11, 2018
Our polling booth teams must remain alert and help voters facing difficulties in reaching polling booths tomorrow.
BJP Chief Ministerial candidate BS Yeddyurappa casts his vote in Shikarpur, Shimoga. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/NCrU6NFrMM
— ANI (@ANI) May 12, 2018
- बीजेपी के सीएम उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा शिकारीपुरा में वोट डालने पहुंचे, येदियुरप्पा ने 150 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया।
यह है जीत का गणित
4.90 करोड़ मतदाताओं वाले कर्नाटक राज्य में विधानसभा की 224 सीटें हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 223 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस ने 121 सीटों पर जीत हासिल करते हुए दक्षिण भारत के अपने पुराने गढ़ पर कब्जा कर लिया था। जबकि, भाजपा के खाते में 40 सीटें आई थीं जेडीएस ने 40 सीटें जीती थीं। 22 सीटें अन्य के खाते में गई थीं। 224 विधासभा सीटों वाले इस राज्य में सरकार बनाने के लिए 113 सीटें जीतना जरूरी हैं।
56696 मतदान केंद्र, 450 की कमान महिलाओं को
कर्नाटक में निष्पक्ष तरीके से मतदान कराने के लिए 56 हजार 696 बूथ बनाए गए थे। इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में 52 हजार 34 बूथ बनाए गए थे। पिछले चुनाव से इस बार 9 फीसदी ज्यादा मतदान केंद्र बनाए गए। दिव्यांगो के लिए इस बार मतदान केंद्रों पर विशेष प्रबंध किया गया, ताकि वे आसानी से अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें। निर्वाचन आयोग ने बताया कि 450 से अधिक बूथों की कमान महिलाओं के हाथ में सौंपी गई। ईवीएम के साथ वीवीपीएटी का भी इस्तेमाल किया गया। दिव्यांगों, महिलाओं के लिए बूथों पर खास इंतजाम किए गए।
इन तीन मुद्दों पर केंद्रित है राज्य की राजनीति
लिंगायत: कांग्रेस सरकार लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक धर्म का दर्जा देने का कानून बना कर केंद्र सरकार को भेज चुकी है। केंद्र सरकार ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं की है। इसलिए सिद्धारमैया राज्य में लिंगायतों को चुनावी मुद्दा बना रहे हैं। भाजपा का आरोप है कि यह येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनने से रोकने की कोशिश में सिद्धारमैया ने लिंगायत को पृथक धर्म का दर्जा देने का मुद्दा उठाया है।। येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से हैं और राज्य की राजनीति का महत्वपूर्ण चेहरा हैं।
हिंदुत्व : भाजपा आरोप लगाती रही है सिद्धारमैया सरकार हिंदू विरोधी है। उसका आरोप है कि बीते पांच सालों में राज्य में 24 संघ कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। हिंदू विरोधी होने की छवि तोड़ने के लिए ही राहुल गांधी चुनाव प्रचार के दौरान मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों और लिंगायत -दलितों के मठों में जा रहे हैं।
भ्रष्टाचार : फरवरी के आखिरी सप्ताह में राज्य के दौरे पर आए नरेंद्र मोदी ने सिद्धारमैया सरकार को "सीधा रुपैया" सरकार कहा था। उन्होंने कहा कि कोई भी काम हो, यहां पैसा ही चलता है। दूसरी ओर, कांग्रेस, येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली पिछली राज्य सरकार पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए चुनाव प्रचार कर रही है।
कर्नाटक में ये प्रमुख पार्टियां लड़ रही हैं चुनाव
भारतीय जनता पार्टी (BJP), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्स), इंडियन नेशनल कांग्रेस (CONG), जनता दल (सेक्यूलर) आम आदमी पार्टी (AAP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) , जन सामान्य पार्टी, कर्नाटक पी जनता पार्टी, नेशनल कांग्रेस पार्टी, प्रजा परिवर्तन पार्टी और समाजवादी पार्टी (SP) राज्य में चुनाव लड़ रही हैं।
राज्य में बनाए गए 56,600 मतदान केंद्र
224 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए राज्य में करीब 4.96 करोड़ मतदाता हैं। इनके लिए राज्यभीर में 56,600 मतदान केंद्र बनाए गए थे। कर्नाटक में शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए अर्द्धसैनिक बलों के 50 हजार जवानों सहित डेढ़ लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।
2013 के चुनाव में कांग्रेस का रहा था बोलबाला
224 सीटों वाले कर्नाटक विधानसभा के पिछले यानी 2013 के चुनावों में कांग्रेस ने कुल 36.6 फीसदी वोट शेयर के साथ 122 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी 20 फीसदी वोट शेयर के साथ सिर्फ 40 सीट जीत सकी थी। जेडीएस भी 20.2 फीसदी वोटों के साथ 40 सीटें जीती थीं। बता दें कि उस वक्त बीएस येदुरप्पा की पार्टी कर्नाटक जनता पक्ष (केजेपी) ने अलग चुनाव लड़ा था और 9.8 फीसदी वोट शेयर के साथ कुल 6 सीटें जीती थीं।
इस सीट पर कांग्रेस का कोई मुकाबला नहीं
बता दें कि दक्षिणी कर्नाटक में कांग्रेस का सारा दारोमदार डीके शिवकुमार पर है। वह रामनगर जिले के कनकपुरा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। एक समय था जब इस क्षेत्र में जेडीएस सबसे मजबूत माना जाता था, शिवकुमार ने इसे कांग्रेस का गढ़ बना दिया। ऐसे में बीजेपी और जेडीएस का इस सीट पर जीत पाना आसान नहीं है। कनकपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार डीके शिवकुमार के खिलाफ बीजेपी ने नंदिनी गौड़ा को उतारा है। वहीं जेडीएस ने नारायण गौड़ा पर दांव लगाया है। कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।
Created On :   11 May 2018 9:57 PM IST