बिहार में तेजस्वी, गोवा में कांग्रेस विधायकों ने पेश किया सरकार बनाने का दावा

बिहार में तेजस्वी, गोवा में कांग्रेस विधायकों ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
हाईलाइट
  • इन सभी जगहों पर विपक्षी दल कर्नाटक का फॉर्मूला लागू कर उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने का मांग राज्य पाल से कर रहे है।
  • कर्नाटक की सत्ता की जंग अब गोवा
  • बिहार
  • मणिपुर और मेघालय तक पहुंच गई है।
  • राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। गुरुवार को नई सरकार ने शपथ भी ले ली।
  • कर्नाटक में राज्यपाल ने सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए बुलाया जो बिहार में आरजेड

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक में सबसे बड़े दल के नाते बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बुलाने के राज्यपाल के फैसले के बाद देश भर में सियासी पारा गरमाया हुआ है। ये आग अब गोवा, बिहार, मणिपुर और मेघालय तक पहुंच गई है। शुक्रवार को बिहार में सबसे बड़े दल RJD तो गोवा में कांग्रेस ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा ठोंका। वहीं मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह और मेघालय में पूर्व सीएम मुकुल संगमा ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। इन सभी जगहों पर विपक्षी दल कर्नाटक का फॉर्मूला लागू कर राज्यपाल से उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने की मांग कर रहे हैं।

 

तेजस्वी ने किया बिहार में बहुमत का दावा

 

 

 

 

बिहार में सबसे बड़े दल RJD के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें कई पार्टियों के विधायकों का समर्थन है।

 

 

 

 

गोवा में राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिले 13 कांग्रेस विधायक

 

गोवा में 13 विधायकों ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलकर सरकार बनाना का दावा पेश किया। 

 

 



2 राज्यों के लिए अलग-अलग नियम क्यों?


गिरीश चोडणकर ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "अगर कर्नाटक के गवर्नर सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकते है तो फिर ऐसा गोवा में क्यो नहीं हो सकता? दो राज्यों के लिए 2 अलग-अलग नियम क्यों? ऐसे दोहरे मापदंड क्यो? मेरा कहना है कि गोवा में हुई गलती को सुधारा जाए और महामहीम कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें।" 

 

 

सरकार बनाने का मौका दिया जाए


वहीं गोवा कांग्रेस के प्रवक्ता यतीश नाइक ने कहा, 2017 में, हमने 17 सीटें जीती थीं और हम सबसे बड़ी पार्टी थे लेकिन राजयपाल ने हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया। बीजेपी के पास 13 सीटें थी, उसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया। चूंकि कर्नाटक में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण सरकार बनाने के लिए पहले मौका दिया गया है, इसलिए हम राज्यपाल से अपील करते हैं कि वह हमें भी उसी तर्ज पर सरकार बनाने का मौका दें। शुक्रवार को 13 कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात भी की।

 

 


एक दिन के धरने पर तेजस्वी


तेजस्वी ने कहा, "हम कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में शुक्रवार को एक दिन के धरने पर बैठेंगे।" उन्होंने कहा, "हमने बिहार के राज्यपाल से बिहार में राज्य सरकार के मुद्दे पर विचार करने को कहा है। कर्नाटक में राज्यपाल ने सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए बुलाया जो बिहार में आरजेडी है।" वहीं उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, "अगर कर्नाटक के राज्यपाल कांग्रेस और जेडी(एस) गठबंधन के पास जरूरत के मुताबिक नंबर होने के बावजूद अगर सिंगल लार्जेस्ट पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं तो हम राष्ट्रपति से मांग करते हैं कि बिहार में बनी सरकार को बर्खास्त करें और राज्यपाल बिहार की सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए बुलाएं।"  

 


 

गोवा में क्या हुआ था?


40 सदस्यीय विधानसभा के लिए गोवा में पिछले साल मार्च में चुनाव हुए थे। इन चुनावों में 17 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। हालांकि बहुमत से उसकी 4 सीटें कम थी। वहीं बीजेपी को 14 सीटों मिली थी। बीजेपी ने गोवा फॉरवर्ड पार्टी तथा एमजीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। इन दोनों दलों को तीन - तीन सीट मिली थीं. तीन निर्दलीय भी बीजेपीके पाले में चले गए थे।

कर्नाटक में क्या हुआ?


कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 15 मई को आए थे। इन नतीजों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। बीजेपी को चुनाव में 104 सीटें मिली थी। बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 112 सीटों की जरुरत थी। जिसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर 116 सीटों के साथ राज्य में सरकार बनाने का अपना दावा पेश किया। राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। गुरुवार को नई सरकार ने शपथ भी ले ली।  

Created On :   17 May 2018 5:40 PM IST

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