केरल : बिनीश कोडियरी के घर ईडी की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी
- केरल : बिनीश कोडियरी के घर ईडी की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी
तिरुवनंतपुरम, 5 नवंबर (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बेंगलुरु के अधिकारियों ने ड्रग्स से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में बिनीश कोडियरी के आवास पर गुरुवार को दूसरे दिन भी तलाशी जारी रखी। वहीं उनके करीबी रिश्तेदार परिवार से मिलने की अनुमति न मिलने के कारण घर के बाहर विरोध प्रदर्शन पर बैठे रहे।
बिनीश माकपा की केरल इकाई के सचिव कोडियरी बालाकृष्णन के बेटे हैं और पूरा परिवार एक साथ रहता है।
दो महिलाओं सहित रिश्तेदारों का समूह घर में जाने देने की अनुमति चाहता था और परिवार से मिलना चाहता था, क्योंकि बुधवार सुबह से ही छापेमारी शुरू होने के दौरान परिवार का कोई सदस्य बाहर नहीं निकला है।
बालाकृष्णन की पत्नी की बहन होने का दावा करने वाली एक महिला ने मीडिया को बताया कि उनका एकमात्र अनुरोध यह था कि उनमें से एक को परिवार से मिलने दिया जाए।
बालाकृष्णन की साली ने कहा, हम उन्हें भोजन भेज रहे हैं और छापेमारी शुरू होने के बाद से अब 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है। हम जानना चाहते हैं कि हमारा भेजा हुआ खाना हमारे रिश्तेदार खा रहे हैं या ईडी टीम खा रही है। जब तक हमारा अनुरोध नहीं माना जाएगा, हम यहां से नहीं जाएंगे।
हंगामे के बाद केरल पुलिस के शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुंचे और ईडी अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद उन्होंने प्रदर्शन कर रहे रिश्तेदारों से कहा कि घर के अंदर के लोगों ने कहा कि वे किसी से नहीं मिलना चाहते हैं।
छापेमारी रात में भी जारी थी और घर को सीआरपीएफ और कर्नाटक पुलिस के अधिकारियों ने घेर रखा है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा, केरल पुलिस ने जो संदेश दिया है, उस पर हमें विश्वास नहीं है। यह सिर्फ एक बनी-बनाई कहानी है। हम जानते हैं कि वह (बिनेश की पत्नी) ऐसा कभी नहीं कहेंगी। हम चाहते हैं कि हम में से एक को घर के अंदर भेजा जाए।
जहां ईडी ने बुधवार रात बिनीश कोडियरी के व्यापारिक हितों से जुड़े पांच अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की, वहीं घर की तलाशी जारी रही।
हालांकि, छापे के समय बालकृष्णन घर में मौजूद नहीं थे।
अधिकारियों ने कहा कि यह छापेमारी 29 अक्टूबर से उनकी हिरासत में रह रहे बिनीश की निशानदेही पर की गई थी।
बिनीश को धन शोधन निवारण अधिनियम के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है। वह शनिवार तक उनकी हिरासत में हैं, उसके बाद उन्हें बेंगलुरु की एक अदालत में पेश किया जाएगा।
एमएनएस/एसजीके
Created On :   5 Nov 2020 4:01 PM IST