पहली बार किसी राजनेता के बेटे ने संभाला CJI का पद, जानिए कौन हैं जस्टिस गोगोई
- 3 अक्टूबर को संभालेंगे CJI का पद।
- असम के रहने वाले हैं जस्टिस गोगोई।
- सुप्रीम कोर्ट के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे जस्टिस रंजन गोगोई।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस रंजन गोगोई ने पदभार ग्रहण कर लिया है। गोगोई को भारत के 46वें मुख्य न्यायाधीश के रुप नियुक्त किया गया है। पहली बार ऐसा होगा जब किसी राजनेता का बेटा सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस का पद संभाल रहा है। गोगोई असम के पूर्व सीएम केशव चंद्र गोगोई के बेटे हैं।
2019 में रिटायर होंगे गोगोई
जस्टिस दीपक मिश्रा ने मुख्य न्यायाधीश के बाद के वरिष्ठतम जज के नाम की सिफारिश करने की परंपरा के अनुसार इस महीने के शुरुआत में जस्टिस गोगोई के नाम की सिफारिश अपने उत्तराधिकारी के तौर पर की थी। जस्टिस गोगोई का 13 महीने से थोड़ा ज्यादा समय का कार्यकाल होगा और वह 17 नवंबर 2019 को रिटायर होंगे।
वकालत से शुरू किया करियर
1978- जस्टिस रंजन गोगोई ने 1978 में वकालत के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। उन्होंने संवैधानिक, कराधान और कंपनी मामलों में गुवाहाटी हाईकोर्ट में वकालत की।
2001- 28 फरवरी 2001 में गोगोई को गुवाहाटी हाईकोर्ट का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
2010- 9 सितंबर 2010 को उनका तबादला पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में किया गया।
2011- जस्टिस गोगोई को 12 फरवरी 2011 को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
2012- 23 अप्रैल 2012 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति हुई।
असम के पूर्व मुख्यमंत्री केशव चंद्र गोगोई के बेटे हैं। जस्टिस रंजन गोगोई ने असम की राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर, सांसदों और विधायकों की विशेष तौर पर सुनवाई के लिए विशेष अदालतों के गठन, राजीव गांधी हत्याकांड के मुजरिमों की उम्रकैद की सजा में कमी, लोकपाल की नियुक्ति समेत कई बड़े विषयों पर अहम फैसले दिये हैं।
जस्टिस रंजन गोगोई ने देश की शीर्ष अदालत तक पहुंचने के लिए एक लंबा सफर तय किया है और वह इस पद पर पहुंचने वाले पूर्वोत्तर के पहले शख्स हैं। जस्टिस रंजन गोगोई असम के रहने वाले हैं। 18 नवंबर 1954 को जन्मे गोगोई ने डिब्रूगढ़ के डॉन बॉस्को स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की थी। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास की पढ़ाई की।
वह इस समय एनसीआर (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन) अपडेट करने की प्रक्रिया की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। गोगोई चीफ जस्टिस मिश्रा के बाद सुप्रीम कोर्ट में सबसे वरिष्ठ हैं। जस्टिस गोगोई सुप्रीम कोर्ट के उन चार जजों में शामिल रहे हैं, जिन्होंने जनवरी 2018 में सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। SC की कार्यवाही और चीफ जस्टिस के खिलाफ सवालिया निशान लगाते हुए चारो जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के प्रशासन और न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर भी सवाल उठाए थे।
Created On :   1 Oct 2018 1:14 PM IST