त्रिपुरा में बीजेपी को बहुमत, नागालैंड में भी भगवा, मेघालय पर सस्पेंस बरकरार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नॉर्थ-ईस्ट के तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम शनिवार शाम को घोषित कर दिए गए। त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय विधानसभा चुनावों के ये परिणाम बीजेपी के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आए हैं। त्रिपुरा में जहां बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। वहीं नगालैंड में वह अपने सहयोगी दल के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है। दोनों ही राज्यों में कांग्रेस को एक भी सीट हासिल नहीं हुई है। हालांकि मेघालय के परिणाम कांग्रेस के लिए कुछ राहत देने वाले जरूर रहे हैं, लेकिन यहां भी वह बहुमत से काफी दूर है और हो सकता है कि यहां NPP की सरकार बनें।
तीनों ही राज्यों में 60-60 विधानसभा सीटें हैं। त्रिपुरा में बीजेपी गठबंधन ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की है। गठबंधन में IPFF को 8 सीटें और बीजेपी को 35 सीटें हासिल हुई हैं। सत्तारूढ़ दल CPI-M को इस बार महज 16 सीटों पर जीत मिल पाई है। कांग्रेस को यहां एक भी सीट हासिल नहीं हुई है। बता दें कि त्रिपुरा में 59 सीटों पर ही वोटिंग हुई थी। यहां चारीलाम सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबर्मा के निधन की वजह से सीट पर 12 मार्च को मतदान होगा।
नगालैंड में BJP-NDPP गठबंधन को 27 सीटों पर जीत हासिल हुई है। हालांकि बहुमत से यह कुछ दूर रह गई है। यहां NDA में शामिल जदयू को भी 1 सीट मिली है। यहां नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) भी सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है। NPF को यहां 27 सीटों पर जीत हासिल हुई है। कांग्रेस को यहां एक भी सीट हासिल नहीं हो पाई है। यहां अन्य के खाते में 3 सीटें आईं हैं। बता दें कि यहां 58 सीटों पर वोटिंग हुई थी। यहां नगालैंड की नॉर्दर्न अंगामी-2 सीट पर एनडीपीपी चीफ नेफ्यू रियो वोटिंग से पहले ही निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उनके विरोध में खड़े नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के उम्मीदवार ने अपना नॉमिनेशन वापस ले लिया।
मेघालय में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस को 21 और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) को 19 सीटें हासिल हुई हैं। वहीं BJP को 2 सीटों पर जीत मिली है। अन्य के खाते में 17 सीटें आई हैं। यहां किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है, लेकिन पिछले 10 सालों से सत्ता संभाल रही कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। यहां 59 सीटों पर वोटिंग हुई थी। मेघालय की विलियमनगर सीट से एनसीपी कैंडिडेट जेएन संगमा की 18 फरवरी को आईईडी ब्लास्ट में मौत हो गई थी। इस वजह से वहां वोटिंग टाल दी गई।
बता दें कि त्रिपुरा में 1978 के बाद से सिर्फ लेफ्ट सिर्फ एक बार 1988-93 के दौरान सत्ता से दूर रहा है। 1993 के बाद से 25 सालों से यहां लेफ्ट का कब्जा है और 1998 से लगातारा त्रिपुरा में 3 बार माणिक सरकार मुख्यमंत्री हैं। 2013 के विधानसभा चुनावों में लेफ्ट ने यहां की 60 सीटों में 49 सीटों पर कब्जा किया था और कांग्रेस को 10 सीटें मिली थी। जबकि बीजेपी अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। उधर, मेघालय उन 4 राज्यों में से एक है जहां कांग्रेस की सरकार बची है। 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने यहां की 60 में से 29 सीटों पर कब्जा किया था और मुकुल संगमा मुख्यमंत्री बने थे। पिछले चुनावों में UDP ने 8, NCP ने 2 और अन्य ने 8 सीटें जीती थीं, जबकि 13 निर्दलीय उम्मीदवार विधायक बने थे। वहीं नागालैंड में अभी नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) और बीजेपी गठबंधन की सरकार है। यहां पर 2003 से ही NPF की सरकार है और टीआर जेलियांग मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनावों में NPF को 60 में से 38 और बीजेपी को 1 सीट मिली थी। जबकि कांग्रेस ने 8, NCP ने 4 और 8 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी।
Created On :   3 March 2018 8:17 AM IST