अग्निपथ स्कीम और उसके खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर  मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीडी बख्‍शी ने रखी अपनी बात, कहा यह विरोध जताने का सही तरीका नहीं 

अग्निपथ स्कीम और उसके खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर  मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीडी बख्‍शी ने रखी अपनी बात, कहा यह विरोध जताने का सही तरीका नहीं 
अग्निपथ स्कीम पर बोले जीडी बख्‍शी अग्निपथ स्कीम और उसके खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर  मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीडी बख्‍शी ने रखी अपनी बात, कहा यह विरोध जताने का सही तरीका नहीं 
हाईलाइट
  • सेना का मतलब ही अनुशासन है। 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  सैनिकों की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ स्कीम के विरोध में देश के कई हिस्सों मे प्रदर्शन जारी है। कई  जगहों पर उपद्रवियों ने ट्रेनें फूंक डाली हैं। तो कहीं पर रेलवे स्‍टेशनों पर लाठी-डंडों से तोड़फोड़ की गई है।  कई जगह पर उपद्रवियों ने सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले किया है। देश के कई राज्यों में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच इस मामले को लेकर  जाने-माने रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीडी बख्‍शी  ने अपनी राय रखी है। 

रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीडी बख्‍शी ने "टाइम्‍स नाउ नवभारत" से बात की और उन्‍होंने उपद्रव में शामिल हो रहे युवाओं से अपील करते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शन करने का यह तरीका गलत है। क्योंकि सेना का मतलब ही अनुशासन है। 

उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि जो लोग ऐसी गतिविधियों में शामिल हो रहे है वह अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे है। उनका कहना है कि अगर इन सबके खिलाफ केस दर्ज होता है  तो पुलिस वेरिफिकेशन में इसकी जानकारी सामने आने पर वैसे ही उनको सेना में भर्ती  होने का मौका नहीं मिल पाऐगा। 


 जीडी बख्‍शी ने न्यूज चैनल पर बात करते हुए यह भी कहा कि हम समझते हैं कि बच्चों को अपनी नौकरी की चिंता है। लेकिन एक बार उनका नाम पुलिस की लिस्‍ट में ऐसी कार्यवाहियों में अगर आ जाता है तो आर्म्‍ड फोर्सेज में आने का जो सपना है वो सपना ही रह जाएगा। 

जनरल बख्सी ने अपील करते हुए कहा कि एक बूढ़े सैनिक की अपील है कि इस मामले को लेकर जो भी गिले शिकवे है, उनको और भी साकारात्मक तरीके से सुलझाया जा सकता है। ट्रेन-बसों को जलाना और लोगों को मारना गलत है यह विरोध जताने का कोई उचित तरीका नहीं है।    

Created On :   18 Jun 2022 1:18 AM IST

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