थर्ड फ्रंट के लिए ममता की गोलाबंदी हुई तेज, दिल्ली में चल रहा है मुलाकातों का दौर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों में BJP का मुकाबला करने के लिए गैर कांग्रेसी राजनीतिक दलों ने तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद तेज कर दी है। इसी सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। मंगलवार को ममता बनर्जी ने संसद के सेंट्रल हॉल में शरद पवार समेत अन्य कई दलों के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने सोनिया गांधी, संजय राउत, पिनाकी मिश्रा, कनिमोझी, राम मोहन नायडू, जेपी यादव और RJD नेता मीसा भारती से भी मुलाकात की। ममता ने DMK नेता कनिमोझी से बातचीत के दौरान कहा कि, "DMK सत्ता में आ रही है और इसके लिए मेरा पूरा समर्थन है।" बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी मौजूदा लोकसभा में BJP, कांग्रेस और अन्नाद्रमुक के बाद चौथी सबसे बड़ी पार्टी है। विपक्षी दलों में TMC का नंबर तीसरा है। इस लिहाज से अपनी ताकत को देखते हुए ममता बनर्जी तीसरे मोर्चे के निर्माण में अहम् सूत्रधार की भूमिका निभा सकती हैं।
दिलचस्प होने वाले हैं आगमी लोकसभा चुनाव
RJD, शिवसेना और NCP पार्टी के नेताओं से मीटिंग के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि जब राजनीति से जुड़े लोगों से मुलाकात होगी तो जाहिर सी बात है कि राजनीति की ही बातें होंगी, इसमें छिपाने जैसा कुछ भी नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि यह चुनाव वाकई में दिलचस्प होने वाला है। ममता से मुलाकात की खबरों को शरद पवार ने पहले खारिज कर दिया था, लेकिन बाद में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई। ममता बनर्जी शरद पवार से मिलने के लिए खुद उनके ऑफिस गई थीं। NCP चीफ पवार के साथ ममता बनर्जी की मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। बता दें विपक्ष को एकजुट करने के लिए हाल ही में UPA प्रमुख सोनिया गांधी ने डिनर पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें कई दलों के प्रमुख जुटे थे। ममता बनर्जी ने इस पार्टी में शिरकत नहीं की थी, उन्होंने अपने एक प्रतिनधि को पार्टी में शामिल होने के लिए भेजा था।
गैर कांग्रेसी, गैर BJP "संयुक्त मोर्चे" का हो सकता है निर्माण
सोमवार को दिल्ली के लिए निकलते वक्त ममता बनर्जी ने कहा, "सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें ठीक होने दीजिए। मैं उन्हें परेशान नहीं करना चाहतीं।" ममता ने इस बयान से साफ़ संकेत दिए हैं कि वह गैर BJPई और गैर कांग्रेसी दलों के साथ मिल कर लामबंदी करने की कोशिशों में लगी हुई हैं। बता दें ममता ने इससे पहले BJP के खिलाफ एक मजबूत फेडरल फ्रंट बनाने पर जोर दिया था। कुछ दिनों पहले तेलंगाना के CM और TRS नेता के. चंद्रशेखर राव कोलकाता जाकर ममता बनर्जी से मिले हैं। ऐसे संकेत हैं कि दोनों के बीच एक गैर कांग्रेसी, गैर BJP "संयुक्त मोर्चा" बनाने पर बातचीत हुई थी। ममता बनर्जी राम गोपाल यादव से भी मिल रही हैं। प्रशांत किशोर भी पहुंच चुके हैं। पवार के साथ मीटिंग में प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले भी मौजूद थे। गौरतलब है कि अब आगमी लोकसभा चुनावों में एक साल से कम का समय बचा है, ऐसे में ममता बनर्जी अन्य दलों के साथ मिलकर बाजी पलटने के लिए अपने पत्ते खोलने को तैयार दिख रही हैं।
Created On :   27 March 2018 4:12 PM IST