प्रवासी कामगार बॉर्डर से पैदल और असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करें : अपर मुख्य सचिव
लखनऊ , 16 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि राज्य के बॉर्डर क्षेत्रों में कोई भी प्रवासी कामगार-श्रमिक पैदल अथवा बाइक या ट्रक आदि अवैध तथा असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करे।
अवनीश अवस्थी ने शनिवार को यहां पत्रकारों को बताया, आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों-श्रमिकों से अपील की है कि वे स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। प्रदेश सरकार अपने सभी प्रवासियों की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के लिए युद्घस्तर पर व्यवस्था सुनिश्चित करा रही है। यदि ऐसा पाया जाए तो उक्त अवैध वाहन को तत्काल जब्त करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए।
अवस्थी ने बताया, मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी श्रमिकों को भोजन व पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए। बॉर्डर क्षेत्र के प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के निवर्तन पर 200 बस रखने के आदेश पहले ही दिए गये हैं। बस से भेजने के लिए धनराशि भी स्वीकृत है।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि ग्रामीण व शहरी इलाकों में निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से इन समितियों के सदस्यों से नियमित संवाद बनाते हुए होम क्वारंटीन में रहने वाले प्रवासी के निगरानी कार्य की जानकारी प्राप्त की जाए।
अवस्थी ने बताया, मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रत्येक गांव में एक अल्ट्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने के लिए पूल टेस्टिंग को अपनाया जाए। टेस्टिंग क्षमता को इस सप्ताह तक बढ़ाकर 10,000 टेस्ट प्रतिदिन किया जाए। वेंटीलेटर के सुचारू संचालन के लिए प्रत्येक जनपद में प्रशिक्षित चिकित्सक और पैरामेडिक्स की उपलब्धता अवश्य हो।
उन्होंने बताया, प्रदेश में अब तक 450 ट्रेन के माध्यम से लगभग 5,64,000 प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं। प्रदेश में आज 12 ट्रेन अन्य प्रदेशों से श्रमिकों को लेकर आ चुकी हैं तथा 76 ट्रेन और आज आ रही हैं। प्रवासी श्रमिकों को लाये जाने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही ट्रेन में श्रमिकों का किराये का खर्च प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया, प्रदेश में गुजरात से 223 ट्रेन से 03 लाख लोग, महाराष्ट्र से 97 ट्रेन से 1,20,000 लोग, पंजाब से 78 ट्रेन से 90 हजार लोगों सहित तेलंगाना से 06, केरल से पांच, तमिलनाडु से चार, आन्ध्र प्रदेश से दो, मध्य प्रदेश से दो, राजस्थान से 12, गोवा से दो ट्रेन प्रवासी कामगारोंध्श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। 286 और ट्रेन की सहमति हो गई है जिसके माध्यम से लगभग 3़ 85 लाख प्रवासी कामगार श्रमिक प्रदेश में आएंगे। इस प्रकार लगभग 9़ 50 लाख लोग प्रदेश में या तो आ चुके हैं या इनके आने की व्यवस्था की जा चुकी है।
Created On :   16 May 2020 8:01 PM IST