इंडो-चाइना बॉर्डर पर फिर बढ़ सकता है तनाव : रक्षा राज्यमंत्री
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडो-चाइना बॉर्डर पर एक बार फिर से तनाव बढ़ाने की आशंका जताई जा रही है। डोकलाम विवाद के करीब आठ महीने बाद जूनियर रक्षामंत्री सुभाष भामरे ने ये आशंका जताई है। गुरुवार को सुभाष भामरे ने कहा कि भारत और चीन की सीमा पर स्थिति बेहद संवेदनशील है और वहां पर स्थिति कभी भी खराब हो सकती है। राष्ट्र निर्माण में सेना के योगदान पर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए रक्षा राज्यमंत्री ने ये बात कही।
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति संवेदनशील
सुभाष भामरे ने कहा "वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति संवेदनशील है और गश्त, अतिक्रमण और गतिरोध संबंधी घटनाओं के चलते इसके बढ़ने की आशंका है।" उन्होंने आगे कहा "हालांकि विश्वास बहाली के कदम उठाए जा रहे हैं, फिर भी हम एलएसी की गरिमा को बनाए रखने के लिए आवश्यक सभी कार्रवाई करते रहेंगे।" उन्होंने यह भी कहा, "आज हम अनगिनत चुनौतियों के साथ एक जटिल पड़ोस का सामना कर रहे हैं। नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन में लगातार सेना और असैन्य नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। जम्मू कश्मीर में स्थिति एक चुनौती बन हुई है।" उन्होंने कहा, "हमें अपनी सुरक्षा को खतरा उत्पन्न करने वाले तत्वों को विफल करने, कम करने और नष्ट करने के लिए कड़ी कार्रवाई जारी रखने की आवश्यकता है।"
रोड बनाने को लेकर हुआ था विवाद शुरु
बता दें कि पिछले साल जून में चीनी सैनिकों द्वारा भूटान के डोकलाम क्षेत्र में रोड बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हुआ था। भारतीय सैनिकों ने भारत, चीन और भूटान के इस ट्राइजंक्शन में पहुंचकर चीनी सेना को रोड बनाने से रोक दिया था। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस घटना के बाद करीब ढाई महीनों तक डोकलाम में भारतीय-चीनी सैनिक एक-दूसरे के सामने डंटे हुए थे। इस दौरान चीनी मीडिया ने कई बार भारत को युद्ध की धमकी भी दी थी। हालांकि अगस्त के अंत तक यह विवाद सुलझा लिया गया था।
सैटेलाइट तस्वीरें आई थी सामने
हाल ही में डोकलाम की कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई थी जिसमे खुलासा हुआ कि चीन ने डोकलाम के उत्तरी क्षेत्र में भारी भरकम सैन्य साजो सामान इकट्ठा कर लिया है। उसने इस क्षेत्र में कई सैन्य शिविर बना लिए हैं। सैटेलाइट तस्वीरों में चीनी सेना के शिविर, टैंक, आर्म्ड व्हीकल और मिसाइलें स्पष्ट रूप से नजर आ रही हैं।
डोकलाम भूटान का क्षेत्र है, जिस पर चीन अपना हिस्सा होने का दावा करता आया है। वहीं भारत का कहना है कि चीन डोकलाम पर कब्जा कर भारत-चीन और भूटान के ट्राइजंक्शन का नक्शा बिगाड़ना चाहता है।
Created On :   1 March 2018 11:15 PM IST