मोदी केयर मे मिलेगा 5 लाख तक का मुफ्त इलाज, अस्पताल नहीं ले पाएंगी फिजूल का पैसा
- इस योजना के तहत हर साल 10 करोड़ गरीब परिवार को उन्नत इलाज के लिए 5-5 लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस कवर उपलब्ध कराया जाएगा।
- परिवार के सदस्यों की संख्या पर कोई रोक नहीं है।योजना के दायरे में आने वाले परिवारों को सरकारी और चुने हुए प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी।
- योजना के तहत खर्च होने वाला धन का 60 फीसदी केंद्र सरकार तो 40 फीसदी राज्य सरकार उठाएगी।
- सेंटरों में इलाज के साथ-साथ जीवनश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम यानी आयुष्मान भारत को मंजूरी दे दी। वित्त मंत्री मंत्री अरुण जेटली ने इस साल के आम बजट में इस योजना की घोषणा की थी। केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद इसके इसी साल लागू होने का रास्ता साफ हो गया है। देश में 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये सालाना कैशलेस इलाज इस योजना के तहत मिल सकेगा। इस योजना को मोदीकेयर भी कहा जाता है। इस योजना को दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य योजना मानी जा रही है।
अब तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत साल में 30,000 रुपये का बीमा कवर मिलता था। आय़ुष्मान भारत योजना के आने के बाद इलाज के लिए 5 लाख रुपए तक का बीमा कवर मिल सकेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना से अगर आयुष्मान योजना की तुलना की जाए तो बीमा कवर में ये एक बड़ा इजाफा है। दरअसल वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बजट में आयुष्मान भारत के तहत दो योजनाओं की घोषणा की थी। इसके तहत पूरे देश में 1.5 करोड़ आरोग्य केंद्र खोले जाने हैं, ताकि लोगों को उनके घर के नजदीक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। वहीं गरीब परिवारों को हर साल पांच लाख रुपये तक का मुफ्त और कैशलेस इलाज उपलब्ध कराया जाना भी इस योजना का हिस्सा है।
क्या है आयुष्मान भारत योजना?
- इस योजना के तहत हर साल 10 करोड़ गरीब परिवार को उन्नत इलाज के लिए 5-5 लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस कवर उपलब्ध कराया जाएगा।
- योजना के तहत खर्च होने वाला धन का 60 फीसदी केंद्र सरकार तो 40 फीसदी राज्य सरकार उठाएगी।
- परिवार के सदस्यों की संख्या पर कोई रोक नहीं है।
- योजना के दायरे में आने वाले परिवारों को सरकारी और चुने हुए प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी।
- आयुष्मान भारत योजना ट्रस्ट मॉडल या इंश्योरेंस मॉडल पर काम करेगी और पूरी तरह कैशलेस होगी।
- देश भर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलने का लक्ष्य रखा गया है।
- इन सेंटरों पर जरूरी दवाएं और जांच सेवाएं फ्री में मुहैया कराई जाएगी।
- सेंटरों में इलाज के साथ-साथ जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों, मसलन हाई ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज और टेंशन पर नियंत्रण के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
Created On :   21 March 2018 11:06 PM IST