मप्र : सोशल मीडिया से वन्यप्राणियोंके अंगों की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
- मप्र : सोशल मीडिया से वन्यप्राणियोंके अंगों की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
भोपाल, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। वन्य प्राणियों के अंगों की तस्करी के लिए सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का उपयोग करने वाले तस्कर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। स्पेशल टास्क स्ट्राइक फोर्स (वन्य-प्राणी) एवं टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से पेंगेालिन स्केल्स व हाथी दांत बरामद किए हैं।
वन विभाग की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि वन्य प्राणियों के अवयवों की तस्करी करने वाले गिरोह द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म यू-ट्यूब का उपयोग कर उसके माध्यम से वन्य-प्राणी अंगों की तस्करी प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर की जा रही थी। स्पेशल टास्क फोर्स (वन्य-प्राणी) के अंतर्गत गठित फॉरेस्ट सायबर सेल द्वारा प्रकरण की विवेचना करने पर पाया गया कि लिप्त गिरोह द्वारा वन्य-प्राणियों से संबंधित वीडियो बनाकर उसे अपलोड कर अवैध व्यापार किया जा रहा था।
व्न विभाग के अनुसार, इस मामले में स्पेशल टास्क स्ट्राइक फोर्स (वन्य-प्राणी) एवं टाइगर स्ट्राइक फोर्स इंदौर व सागर द्वारा उज्जैन तथा शिवपुरी में कार्रवाई कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से दो किलो 700 ग्राम पेंगोलिन स्केल्स व हाथी दांत के आभूषण जब्त कर प्रकरण दर्ज किया गया।
बताया गया है कि इस गिरोह द्वारा दिए जाने वाले लालच व अंधविश्वास में आम लोग आकर भ्रमित होकर इस आपराधिक कृत्य में शामिल होते रहे तथा लगातार ऐसे व्यक्तियों की संख्या भी बढ़ती गई। इस पर संज्ञान लेकर तत्काल यू-ट्यूब के भारत एवं अमेरिका मुख्यालय को नोटिस जारी कर उन्हें आपराधिक कृत्य के संबंध में उचित कार्रवाई करने के लिये अनुरोध भी किया गया। यू-ट्यूब द्वारा समय रहते कार्रवाई न करने पर उन्हें एक प्रकरण में आरोपी भी बनाया गया है।
स्पेशल टास्क फोर्स (वन्य-प्राणी) द्वारा लिप्त गिरोह के विरुद्ध तेलंगाना राज्य में भी स्थानीय एजेंसी के माध्यम से 10 आरोपियों को गिरतार कर प्रकरण दर्ज करवाया गया। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वन्य-प्राणियों के अवयवों के अवैध व्यापार में लिप्त गिरोह के विरुद्ध लगातार कार्रवाई जारी है।
एसएनपी-एसकेपी
Created On :   30 Oct 2020 1:00 PM IST