गडकरी बोले- मिल्क प्रोडक्ट को दूसरे देशों में निर्यात करेंगे, किसानों को इंसेंटिव भी देंगे
- इस मीटिंग के बाद गडकरी ने दुग्ध उत्पादक किसानों से विभिन्न मुद्दों पर विचार करने के लिए वक्त मांगा है।
- मीटिंग में गडकरी के साथ कृषि मंत्री राधामोहन
- वित्त मंत्री पीयूष गोयल और संबंधित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
- सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को दुग्ध उत्पादन क्षेत्र की समस्याओं को लेकर एक विशेष मीटिंग की।
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को दुग्ध उत्पादन क्षेत्र की समस्याओं को लेकर एक विशेष मीटिंग की। मीटिंग में गडकरी के साथ कृषि मंत्री राधामोहन, वित्त मंत्री पीयूष गोयल और संबंधित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। इस मीटिंग के बाद गडकरी ने दुग्ध उत्पादक किसानों से विभिन्न मुद्दों पर विचार करने के लिए वक्त मांगा है। गडकरी ने किसानों से प्रदर्शन ख़त्म करने की भी विनती की है।
10% incentives will be given to export milk products.We"re planning to export milk powder to countries which we help with money,3.5 lakh ton of milk powder in stock,we need to export it quickly.I request all farmers to give us some time we"re working on your demands:Nitin Gadkari pic.twitter.com/rP7sjSxl5J
— ANI (@ANI) July 17, 2018
बता दें कि महाराष्ट्र के किसान सोमवार से विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस पर सरकार की तरफ से प्रतिक्रिया देते हुए गडकरी ने कहा, "मिल्क प्रोडक्ट के निर्यात पर 10 प्रतिशत इंसेंटिव दिया जाएगा।" उन्होंने कहा, "सरकार दूध, दूध पाउडर और दूध से बने अन्य प्रोडक्ट को दूसरे देशों में निर्यात करने पर विचार कर रही है। हमारे पास 3.5 लाख टन मिल्क पाउडर का स्टॉक है। हमें इसे जल्द ही निर्यात करने की आवश्यकता है। मैं सभी किसानों से निवेदन करता हूं कि वो हमें थोड़ा समय दें, ताकि हम उनकी मांगों को पूरी कर सकें।"
Our agriculture produce is in surplus so for that we need to change the crop pattern. We need to produce more corn so we can produce ethanol through Corn: Union Minister Nitin Gadkari pic.twitter.com/0SXXhJwoDK
— ANI (@ANI) July 17, 2018
गडकरी ने कहा, "हमारा एग्रीकल्चरल प्रोडक्शन आवश्यकता से अधिक है, इसलिए हमें क्रॉप पैटर्न को बदलने की आवश्यकता है। हमें और अधिक मक्का पैदा करने की ज़रूरत है, जिससे कि हम इससे इथेनॉल भी पैदा कर सकें।"
आज केंद्रीय मंत्री @RadhamohanBJP,@PiyushGoyal तथा अधिकारियों के साथ बैठक कर दुग्ध उत्पादन क्षेत्र की समस्याओं को लेकर चर्चा की। हमने ये निर्णय किया है की दूध और दूध से बने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करने पर 10%इंसेंटिव देंगे। इस विषय मे कल एक बार फिर बैठक कर उपायों पर विचार किया जायेगा pic.twitter.com/WYFKdPue5J
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) July 17, 2018
गौरतलब है कि सोमवार को मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक और अन्य प्रमुख शहरों के किसान दूध पर पांच रुपये प्रति लीटर सब्सिडी और मक्खन व दूध पाउडर पर गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) में छूट की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने कई प्रमुख शहरों के लिए जा रहे दूध के टैंकरों को रोककर प्रदर्शन किया। इस वजह से महाराष्ट्र के कई शहरों में दूध का सप्लाई बाधित रहा।
Created On :   17 July 2018 11:22 PM IST