PNB FRAUD: 'कद और पद कुछ भी हो, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा'
By - Bhaskar Hindi |16 Feb 2018 2:40 AM IST
PNB FRAUD: 'कद और पद कुछ भी हो, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले ने सरकार की नींद उड़ा दी है। इस घोटाले को लेकर सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस लगातार सरकार पर हमला बोल रही है। इस बीच केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तमाम आरोपों के जवाब दिए। रविशंकर प्रसाद ने साफ कहा कि इस मामले में कोई भी शामिल हो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं उन्होंने बताया कि नीरव मोदी की 1300 करोड़ की संपत्ति सीज कर दी गई है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि "जिनके घर शीशे के होते है वो दूसरों के घर पर पत्थर फेंकना बंद करे।"
रविशंकर प्रसाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें
- नीरव मोदी का पासपोर्ट किया जाएगा रद्द।
- नीरव मोदी की 1300 करोड़ की संपत्ति सीज की।
- बैंकिंग चैनल को बायपास कर नीरव मोदी ने की गड़बड़ी।
- घोटाले में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा चाहे उसके कोई भी कद या पद हो।
- कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगा रही है।
- पीएम के डेलिगेशन के साथ नहीं गए थे नीरव मोदी।
- नीरव मोदी अपने आप वहां पहुंचे थे
- कांग्रेस पार्टी फोटो की राजनीति करना बंद करे
- कांग्रेस लीडर्स के अंतरंग फोटो हमारे पास है।
- नीरव मोदी को छोटा मोदी कहने पर बीजेपी ने जताया एतराज
- 2013 में नीरव के शो में राहुल भी गए थे।
- कांग्रेस के समय ही सत्यम घोटाला, और अन्य बड़े घोटाले हुए।
- पीएनबी का घोटाला भी 2011 में शुरु हुआ था घोटाला।
- 2011 से 2013 के बीच गीतांजलि की आमदानी दोगुनी कैसे हो गई ये बहुत बड़ा सवाल है।।
- जिनके घर शिशे के हो वो पत्थर फेंकना बंद करे- रविशंकर प्रसाद
- किसी के दबाव में नहीं झुकेगी सरकार।
- पीएम ने NPA पर बोलते हुए तह में जाने की बात कही थी।
- हमारी सरकार ने ऐसा लोन नहीं दिया जो NPA हुआ, ये कांग्रेस की देन है।
- मोदी सरकार ईमानदारी से काम करती है और करेगी।
- भारत की ग्लोबल हिस्ट्री बदली हुई है।
- विदेश में भी जाकर कार्रवाई करेंगे।
ऐसे दिया गया पूरे घोटाले को अंजाम
- सबसे पहले कारोबारियों ने हांगकांग से सामान इंपोर्ट करने की बात कही।
- सामान मंगाने के लिए उन्होंने पीएनबी से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करने की मांग की।
- उन्होंने लेटर ऑफ अंडरटेकिंग हांगकांग में मौजूद इलाहबाद बैंक और एक्सिस बैंक के नाम पर जारी करने की गुजारिश की।
- लेटर ऑफ अंडरटेकिंग का मतलब होता है कि जो सामान खरीदा जा रहा है उसके पैसे देने की गारंटी बैंक देता है।
- पीएनबी ने हांगकांग में मौजूद इलाहबाद बैंक को 5 और एक्सिस बैंक को 3 लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी किए।
- हांगकांग से करीब 280 करोड़ रुपए का सामान इंपोर्ट किया गया।
- 18 जनवरी को इन तीनों कंपनियों के लोग इम्पोर्ट दस्तावेजों के साथ पीएनबी की मुंबई ब्रांच में पहुंचे और पैसों का भुगतान करने को कहा।
- बैंक अधिकारियों ने कहा कि जितना भी पैसा विदेश में भेजना है उतना नगद जमा करना पड़ेगा।
- कंपनियों के अधिकारियों ने फिर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग दिखाया और इसके आधार पर पेमेंट करने को कहा।
- बैंक ने जब जांच शुरु की तो उनके होश उड़ गए क्योंकि पीएनबी के रिकॉर्ड में कहीं भी जारी किए गए आठ लेटर ऑफ अंडरटेकिंग का जिक्र नहीं था, मतलब बैंक में बिना पैसा गिरवी रखे लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करवाए।
- बैंक की तरफ से केस दर्ज किया गया, मामला सीबीआई में पहुंचा, जांच हुई तो पता चला कि सभी 8 लेटर ऑफ अंडरटेकिंग फर्जी तरीके से जारी किए गए।
- पीएनबी के डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी ने एक दूसरे कर्मचारी के साथ मिलकर लेटर जारी किेए और इन्हें सिस्टम में कहीं नहीं दिखाया।
- हांगकांग में जिससे सामान इंपोर्ट किए गए हैं। उनकी बैंक गारंटी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के आधार पर हांगकांग में मौजूद इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक ने ली थी।
- यानी अब इन 280 करो़ड़ रुपयों की देनदारी पीएनबी की हो गई है।
Created On :   15 Feb 2018 6:02 PM IST
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