पद्मावत के विरोध का फायदा, चित्तौड़गढ़ किला देखने पहुंचे एक लाख पर्यटक

पद्मावत के विरोध का फायदा, चित्तौड़गढ़ किला देखने पहुंचे एक लाख पर्यटक

डिजिटल डेस्क, जयपुर। फिल्म पद्मावत विरोध के बाद चित्तौड़गढ़ और उदयपुर में पर्यटकों की संख्या सात दिनों अचानक बढ़ गई है। एक जनवरी तक करीब 70 हजार पर्यटकों ने चित्तौड़गढ़ फोर्ट देखा। उदयपुर किले में भी एक सप्ताह में करीब 40 हजार पर्यटक पहुंचे। चित्तौड़गढ़ फोर्ट और उदयपुर पहुंचने वाले पर्यटकों में राणा रतन सिंह, रानी पद्मिनी और महाराणा प्रताप के जीवन के बारे में जानने की उत्सुकता नजर आई। बढ़ती भीड़ को देखते हुए फोर्ट के दरवाजे बंद करने पड़े। रविवार को आठ हजार टिकट बिके, वहीं सोमवार को यह संख्या छह हजार के करीब रही।

टूरिस्ट की संख्या में इजाफा 

भारतीय पुरात्तव एवं सर्वेक्षण विभाग के अनुसार 25 दिसंबर से लेकर एक जनवरी तक करीब 70 हजार पर्यटकों ने चित्तौड़गढ़ फोर्ट देखा। साल 2017 में दिसंबर महीने में 81,009 टूरिस्ट आए, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 40,733 टूरिस्ट पहुंचे थे।

पर्यटकों के लिए बंद था चित्तौड़गढ़ किला 

ऐतिहासिक चित्तौड़गढ़ किला फिल्म पद्मावती के विरोध में 17 नवंबर को पर्यटकों के लिए बंद था। यहां  राजपूत समाज के लोगों ने धरना दिया था। इस बंद के कारण यहां आने वाली शाही ट्रेन के पर्यटकों को भी यहां नहीं जाने दिया गया था। बंद के चलते भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग और पर्यटन विभाग के सुरक्षा गार्ड भी दुर्ग के अलग- अलग हिस्सों में तैनात किए थे।

चित्तौड़गढ़ किले की ख़ासियत 

चित्तौड़गढ़, वह वीरभूमि है, जिसने समूचे भारत के सम्मुख शौर्य, देशभक्ति एवं बलिदान का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। यहां के असंख्य राजपूत वीरों ने अपने देश तथा धर्म की रक्षा के लिए असिधारारुपी तीर्थ में स्नान किया। वहीं राजपूत वीरांगनाओं ने कई अवसर पर अपने सतीत्व की रक्षा के लिए अपने बाल-बच्चों सहित जौहर की अग्नि में प्रवेश कर आदर्श उपस्थित किये। चित्तौड़गढ़ किला एक पहाड़ी के उपर स्थित है। चित्तौड़गढ़ किले के भीतर कई महल हैं राणा कुंभा महल, टॉवर ऑफ विक्ट्री और फतेह प्रकाश पैलेस जो अपनी समृद्ध वास्तुकला के लिए मशहूर हैं। 

पद्मिनी का महल

प्रसिद्ध राणा रत्न सिंह की ख़ूबसूरत पत्नी रानी पद्मावती के नाम पर ही इस महल का नाम रखा गया था। यह महल "पद्मिनी तालाब" की उत्‍तरी परिधि पर स्‍थित है ।पद्मिनी का महल चित्तौड़गढ़ के कुछ विचित्र स्थानों में से एक है। इस जगह में आज भी अतीत का आकर्षण और भव्यता है

चित्तौड़गढ़ किले का निर्माण

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित यह किला 700 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। जमीन से 500 फुट की ऊंची पहाड़ी पर बना यह किला बेराच नदी के किनारे स्थि‍त है। 7वीं सदी से 16वीं सदी तक यह राजपूत वंश का महत्वतपूर्ण गढ़ था। चित्तौड़गढ़ किले का निर्माण राजपूतों ने किया था। यह एक विशाल शानदार स्मारक है जो शहर की निशानी है। 
 

विरोध ने फिल्म को पहुंचाया फायदा

फिल्म पद्मावत को लेकर करणी सेना के विरोध ने फिल्म को नुकसान की बजाय फायदा पहुंचाने का काम किया है। संजय लीला भंसाली निर्देशित पद्मावत ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक हफ्ते में ही दुनिया में 300 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। लोगों की फिल्म बहुत पसंद आ रही है।

Created On :   2 Feb 2018 4:54 AM GMT

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