मप्र में पानी से घिरे गांव के लोग सुरक्षित निकाले गए (लीड-1)
- बारिश से पहले सूबे के कई हिस्सों में जहां सूखा पड़ने का खतरा मंडरा रहा था
- वहीं अब कई इलाकों में पानी भर गया है
- मध्यप्रदेश में बीते दो दिन हुई बारिश के बाद हालात बदल गए हैं
शाजापुर में बीते 24 घंटों के दौरान हुई भारी बारिश से कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। खोकराकला गांव में तो घरों में पानी घुस गया, कई मकानों के निवासी ऊपरी मंजिल पर डेरा डालने को मजबूर हुए। सभी सड़कें जलमग्न हो गई हैं।
शाजापुर के जिलाधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत ने रविवार को आईएएनएस को बताया कि तालाब का एक हिस्सा टूट जाने से गांव में पानी भर गया था, लोगों को राहत और बचाव कार्य कर सुरक्षित निकाला गया है। इस काम में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ ) की भी मदद ली गई। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। स्थिति में अब सुधार है।
बीते दो दिनों की बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ाया, वहीं कई स्थानों पर जन-जीवन भी प्रभावित हुआ। बैतूल में सूखी नदी का जलस्तर बढ़ा है, वहीं श्योपुर जिले में बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। यहां आवदा जलाशय का जलस्तर काफी बढ़ गया है, यह कुल भराव से सिर्फ चार फुट ही कम है।
बारिश के चलते यहां 40 से ज्यादा कच्चे मकान ढह गए। इसके अलावा पार्वती नदी का जल स्तर बढ़ा है। बारिश से ग्वालियर, शिवपुरी सहित राजस्थान के कोटा व बारां जाने वाले मार्गो पर यातायात प्रभावित हो गया है।
राज्य के 52 में से 51 जिलों में बीते दिनों हुई बारिश के आधार पर आधिकारिक तौर पर जारी किए गए ब्योरे के मुताबिक, सात जिले ऐसे हैं, जहां औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है। 30 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है और 14 जिले ऐसे हैं, जहां औसत से कम बारिश हुई है।
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि रतलाम, नीमच, उमरिया, मंदसौर, झाबुआ, भिंड और इंदौर में औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है, वहीं दतिया, श्योपुरकलां, मुरैना, दमोह, उज्जैन, ग्वालियर, बड़वानी, बुरहानपुर, शिवपुरी, खंडवा, अशोकनगर, सिगरौली, जबलपुर, धार, नरसिहपुर, शाजापुर, डिडौरी, रीवा, रायसेन, मंडला, सीहोर, टीकमगढ़, भोपाल, कटनी, देवास, राजगढ़, अलीराजपुर, सतना, खरगोन और सागर में सामान्य बारिश हुई।
राज्य के 14 जिले- अनूपपुर, छतरपुर, गुना, आगर-मालवा, हरदा, विदिशा, पन्ना, सिवनी, बैतूल, होशंगाबाद, शहडोल, बालाघाट, सीधी और छिदवाड़ा ऐसे हैं, जहां अब तक औसत से कम बारिश दर्ज की गई है।
--आईएएनएस
Created On :   28 July 2019 10:00 PM IST