भारत-बांग्लादेश सीमा पर पेट्रॉपोल चेक पॉइंट मानव तस्करी को लेकर रडार पर (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)
- भारत-बांग्लादेश सीमा पर पेट्रॉपोल चेक पॉइंट मानव तस्करी को लेकर रडार पर (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)
नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। भारत-बांग्लादेश सीमा पर पेट्रापोल इंटीग्रेटेड चेक पॉइंट (आईसीपी) दोनों पड़ोसी देशों का एक प्रमुख द्विपक्षीय वाणिज्य स्रोत है, जिसके माध्यम से 2018 में 21,380 करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक व्यापार दर्ज किया गया था। अब यह मार्ग मानव तस्करी के लिए भारतीय एजेंसियों और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के रडार पर है।
भारत और बांग्लादेश के बीच पेट्रापोल-बेनापोल आईसीपी के माध्यम से व्यापार शुरू होने के तुरंत बाद मानव तस्करी करने वाले गिरोहों की गतिविधियों को नोट किया गया है। इसी मुद्दे के कारण भारत के पूर्वी पड़ोसी के साथ असंतोष बना हुआ है, जिसके साथ नई दिल्ली ने संबंधों को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत की है।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि भारत-बांग्लादेश की 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा की रखवाली करने वाले बीएसएफ ने खुफिया सूचनाओं के आधार पर 20 जून से छह बांग्लादेशियों को घुसपैठ करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
अधिकारी ने कहा कि मानव तस्करों ने एक नया तरीका अपनाया है। उन्होंने कहा, वे मानव तस्करी के लिए माल गाड़ियों के डिब्बों का उपयोग कर रहे हैं।
बीएसएफ ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया है और उनसे कहा है कि जब मालगाड़ी के डिब्बों को खाली किया जाए, तब विशेष सावधानी बरती जाए। बीएसएफ ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि डिब्बों में अवैध घुसपैठ से बचने के लिए किसी तरीके का उपयोग तो नहीं किया जा रहा है। इसके साथ ही बीएसएफ ने रेलवे को रेल डिब्बों को सील किए जाने को लेकर भी सतर्क किया है।
बीएसएफ द्वारा 20 जून से अब तक पकड़े गए छह घुसपैठियों में 18 साल से कम उम्र के दो बच्चे शामिल हैं, जिन्हें भारत में तस्करी कर लाया गया था। इसके अलावा बांग्लादेश जाने वाली मालगाड़ी में तीन बांग्लादेशी नागरिक, जो मिर्ची बैग में छिपे हुए थे, को पेट्रापोल रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया।
सोमवार अपराह्न् 1.25 बजे एक मालगाड़ी बांग्लादेश से भारत आ रही थी तो बीएसएफ की 179वीं बटालियन के जवानों ने बीएसएफ की खुफिया शाखा की सूचना पर ट्रेन के इंजन नंबर 16265 और बोगी नंबर 30099869455 की जांच की। इस जांच के दौरान एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति छिपा हुआ पाया गया।
अधिकारी ने कहा, बीएसएफ ने तुरंत उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ करने पर उसने अपनी पहचान बुरबुरिया कोमिला (बांग्लादेश) निवासी मोहम्मद अबू ताहिर (41) के रूप में बताई।
ताहिर ने बीएसएफ को बताया कि उसे तस्कर ने खाली बोगी में बैठने के लिए कहा था और वह पेट्रापोल इलाके में रहने वाले अकबर मंडल नामक एक अन्य दलाल की मदद से नौकरी करने के लिए भारत आया था।
अधिकारी ने कहा कि ताहिर पैसे कमाने के बाद राजस्थान के अजमेर शरीफ जाना चाहता था।
अधिकारी ने कहा, पकड़े गए घुसपैठिये ने अभी तक पूछताछ में कोई विशेष जानकारी नहीं दी है, लेकिन यह मानव तस्करी का मामला प्रतीत होता है, क्योंकि पेट्रापोल में मानव तस्करों का एक नेटवर्क है, जो निर्दोष लोगों से एक बड़ी राशि निकालने में सक्षम है। वे अवैध कारोबार करते हैं।
गिरफ्तार घुसपैठिये को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) बनगांव को सौंप दिया गया है।
Created On :   7 July 2020 6:00 PM IST