सेक्रेड गेम्स के खिलाफ याचिका पर सुनवाई, हाईकोर्ट ने कहा- मामले में एक्टर को दोष नहीं दे सकते
- कोर्ट ने कड़े शब्दों में याचिकाकर्ता को दायर की गई याचिका का वैध आधार बताने को भी कहा।
- दिल्ली हाई कोर्ट ने पूछा
- 'याचिका में एक्टर्स को सेपरेट पार्टी कैसे बनाया गया है?
- नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज 'सेक्रेड गेम्स' विवाद मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने सोमवार (16 जुलाई) को सुनवाई की और अपनी राय रखी।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। इन दिनों नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज "सेक्रेड गेम्स" को लेकर विवाद और उससे जुड़ी खबरें चर्चा में हैं। हाल ही में कोलकाता के एक कांग्रेस नेता राजीव सिन्हा ने इस सीरीज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्य ने भी शो पर रोक लगाने के लिए जनहित याचिका दायर की। इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने सोमवार (16 जुलाई) को सुनवाई की। हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान याचिका में एक्टर को अलग पार्टी बनाने पर कहा कि याचिका में आप किसी भी एक्टर को पार्टी नहीं बना सकते हैं।
याचिका पर मूलभूत सवाल उठाते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने पूछा, "याचिका में एक्टर्स को सेपरेट पार्टी कैसे बनाया गया है? वो वही कर रहे थे, जो डायरेक्टर या प्रोड्यूसर उन्हें करने को कहते हैं। ऐसे में उन्हें पार्टी बनाकर उनके खिलाफ याचिका दायर करना गलत है। स्क्रिप्ट के अनुसार कोई भी एक्टर या एक्ट्रेस काम करते हैं। डायरेक्टर के विचारों पर भी प्रतिबंध लगाने का हमारा कोई अधिकार नहीं है।"
मानहानि के अंतर्गत आता है मामला
दिल्ली हाई कोर्ट ने कड़े शब्दों में याचिकाकर्ता को दायर की गई याचिका का वैध आधार बताने को भी कहा। कोर्ट ने पूछा, "PIL दायर करने वाला शख्स कांग्रेस से जुड़ा है। इस नाते कोई कांग्रेस कार्यकर्ता इस मामले में जनहित याचिका कैसे दायर कर सकता है? सीरीज के सारे एपिसोड्स ऑन एयर जा चुके हैं, लिहाजा स्टे का कोई मतलब नहीं रह जाता।" कोर्ट ने ये भी कहा कि मामला अगर राजीव गांधी की छवि खराब होने का है तो यह मानहानि के अंतर्गत आता है। कोर्ट इसे याचिका में कैसे सुन सकती है? इन सारे सवालों का जवाब याचिकाकर्ता को अगली सुनवाई में देना होगा, जो 19 जुलाई को होगी।
Netflix "Sacred Games" case: Delhi High Court says actors cannot be held liable for the dialogues. All 8 episodes have already been aired. Nothing new will be aired. Court to now hear the matter on Thursday.
— ANI (@ANI) July 16, 2018
क्या है मामला?
नेटफ्लिक्स पर 6 जुलाई को रिलीज की गई वेब सीरीज "सेक्रेड गेम्स" पर आरोप है कि उसमें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लिए अपशब्दों का प्रयोग कर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई है। इसकी एवज में मांग की गई है कि इन आपत्तिजनक सीन्स को सीरीज के एपिसोड्स से हटा दिया जाए। PIL दायर करने वाला शख्स निखिल भल्ला है, जो कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। याचिका में एक्टर नवाजउद्दीन सिद्दीकी, विक्रम मोटवानी , अनुराग कश्यप, फैन्टम प्रोडक्शन और केंन्द्र सरकार को भी पार्टी बनाया गया है। इससे पहले कोलकाता में एक कांग्रेस नेता भी इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
क्या कहना है राहुल गांधी का?
गौरतलब है कि इस पूरे मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्विटर पर पोस्ट शेयर करते हुए अपनी बात सामने रखी थी। राहुल ने शनिवार को ट्वीट कर कहा था, "BJP या RSS का मानना है कि कानूनी तौर पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नियंत्रित होनी चाहिए। मेरा मानना है कि ये स्वतंत्रता एक मूलभूत लोकतांत्रिक अधिकार है। मेरे पिता देश की सेवा के लिए ही जिए हैं और देश के लिए ही मरे हैं। एक काल्पनिक वेब सीरीज के किसी किरदार का विचार इसे कभी नहीं बदल सकता।" राहुल के इस स्टैंड को "सेक्रेड गेम्स" के डायरेक्टर अनुराग कश्यप और बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने भी सराहा था।
BJP/RSS believe the freedom of expression must be policed controlled. I believe this freedom is a fundamental democratic right.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 14, 2018
My father lived and died in the service of India. The views of a character on a fictional web series can never change that.#SacredGames
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Created On :   16 July 2018 9:21 PM IST