पायलट के निष्ठावान विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहा, हमें बागी मत कहो
जयपुर, 13 अगस्त (आईएएनएस)। भरतपुर के विधायक विश्वेंद्र सिंह ने उनके और सचिन पायलट खेमे के अन्य विधायकों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे बागी शब्द पर आपत्ति जताई है। राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी संभालने वाले सिंह ने हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में चल रही कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए थे, जिसके बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
सिंह ने आईएएनएस के साथ खास बातचीत में कहा, यह दुखद है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और निर्दलीय विधायक, जो कांग्रेस उम्मीदवारों को हराने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए, अब हमें बागी (विद्रोही) कह रहे हैं। क्या यह आत्ममंथन करने का समय नहीं है कि असली बागी कौन हैं, वे या हम?
उन्होंने कहा, कई निर्दलीयों को टिकट नहीं मिला, इसलिए उन्होंने विद्रोह किया और निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़े। उन्होंने हमारे उम्मीदवारों को हराया। जबकि वे बाहरी थे, जिन्होंने कांग्रेस के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। हम असली योद्धा थे, जिन्होंने जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत की।
सिंह ने कहा, ये बाहरी लोग हमें बागी कैसे कह सकते हैं?
सिंह ने कहा कि पायलट और अन्य 18 विधायक सरकार को गिराने के लिए दिल्ली नहीं गए।
उन्होंने कहा, हम अपना संदेश देने के लिए आलाकमान से मिलने गए थे कि संगठन और सरकार के बीच तालमेल का अभाव है।
सिंह ने कहा, हमारी दुर्दशा की कल्पना करें, जैसे ही हम चले गए, राज्य सरकार ने विशेष परिचालन समूह, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और अन्य एजेंसियों को सक्रिय किया और हम पर राजद्रोह का आरोप लगाया। हमें बताएं कि हमने पार्टी विरोधी कौन सी गतिविधि की? क्या हमने ऐसा कुछ किया, जो राष्ट्र-विरोधी था?
उन्होंने कहा, राज्य सरकार द्वारा मौखिक और कानूनी तरीके से हम पर हमला किया गया, फिर भी हम चुप रहे। कानूनी कार्रवाई के बाद कानूनी नोटिस का जवाब देने के लिए हमने जो काम किया, वह न्यायिक दायरे में रहा।
सिंह ने दिल्ली में पार्टी आलाकमान के साथ अपनी बैठक पर संतोष व्यक्त किया और कहा, हम इस बात के लिए आभारी हैं कि उन्होंने (प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, अहमद पटेल और के. सी. वेणुगोपाल) समय निकाला और हमारी शिकायतों को सुना।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने किसी भी नियम या शर्तो को हाई कमान के सामने रखा है, इस पर सिंह ने कहा, नहीं, हमने बिना किसी नियम और शर्तों का उल्लेख किए वापसी की है। हालांकि, तीन सदस्यीय समिति हमारी शिकायतों पर गौर करेगी।
भाजपा खेमे के साथ मेलजोल रखने वाले आरोपों के जवाब में सिंह ने कहा, सचिन पायलट अपने घर में ही रहते हैं, दिल्ली में मेरा घर है, लेकिन हां, हम सभी से मिलने के लिए दिन में एक बार बैठक कर रहे थे कि क्या सभी के लिए ठीक है। हम सभी ने होटलों में अपने-अपने बिलों का भुगतान किया और हमारे पास इसके सबूत हैं।
सिंह से सवाल पूछा गया कि, जैसा खरीद फरोख्त के लिए मुख्यमंत्री ने दावा किया था, क्या उन्होंने भाजपा से 25-35 करोड़ रुपये लिए हैं? इस पर सिंह ने कहा, अगर हमें यह राशि मिलती तो हम राजस्थान में नहीं बैठे होते।
एकेके/एएम
Created On :   13 Aug 2020 5:30 PM IST