2025 तक भारत का रेलवे सिस्टम दुनिया में सबसे अच्छा होगा : पीयूष गोयल

Piyush Goyal says, by 2025, India will have the best railway system
2025 तक भारत का रेलवे सिस्टम दुनिया में सबसे अच्छा होगा : पीयूष गोयल
2025 तक भारत का रेलवे सिस्टम दुनिया में सबसे अच्छा होगा : पीयूष गोयल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्या 2025 तक भारतीय ट्रेनें समय से चलेंगी?.. पटरियां पूरी तरह से दुरूस्त हो जाएंगी.. सफर का समय आधा हो जाएगा.. क्या सभी स्टेशनों पर अनलिमिटेड वाईफाई फ्री में मिलेगा..?  रेलमंत्री पीयूष गोयल की मानें तो हां ये सब कुछ वर्ष 2025 तक भारत में देखने को मिलेगा। 2025 तक भारत के पास दुनिया का सबसे अच्छा रेलवे सिस्टम होगा। न्यूज 18 के राइजिंग इंडिया कार्यक्रम में रेल मंत्री ने ये बात कही।  

रेलमंत्री ने कहा, हम एक ऐसा रेल नेटवर्क डेवलप करने की कोशिश कर रह हैं, जहां अमीर व्यक्ति आराम से सफर कर सके। वहीं गरीब व्यक्ति भी अपने बजट के अनुसार सफर कर सके। उन्होंने कहा, 2025 तक भारत के पास दुनिया का सबसे अच्छा रेलवे सिस्टम होगा। इसमें सुरक्षा, आराम और बजट का खास ख्याल रखा जाएगा। वहीं पीयूष गोयल ने इस दौरान मॉडर्न सिग्नलिंग सिस्टम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, किसी ने भी 65 सालों में मॉडर्न सिग्नलिंग सिस्टम के बारे में नहीं सोचा। हम ब्रिज बनाने के लिए नितिन गडकरी के मंत्रालय से भी बात कर रहे हैं। रेलवे कर्मचारियों की बात करते हुए पीयूष गोयल ने कहा, रेलवे की मली हालत पर सातवें वेतन आयोग ने असर डाला है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से लोगों की सैलरी में कापी बढ़ोतरी हुई।

 

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इन समस्याओं से जूझ रहा रेलवे

  • परिचालन औसत सुधारना रेलवे के लिए सबसे बड़ी सिरदर्दी है। रेलवे की आमदनी का कितना हिस्सा उसे परिचालन पर खर्च करना पड़ता है, इसे ही परिचालन औसत कहते हैं। लंबे समय से रेलवे इस समस्या से जूझ रहा है। 
  • यातायात राजस्व बढ़ाने का लक्ष्य तो बजट में निर्धारित किया जाता है लेकिन ​पिछले बजटों में इस मोर्चे पर तय रखे गए लक्ष्यों का हश्र देखकर यह संदेह पैदा होता है कि क्या रेलवे की इस स्थायी समस्या का कोई इलाज हो पाएगा।
  • भारतीय रेल के लिए निवेश का अपेक्षित गति से नहीं बढ़ पाना भी एक स्थायी समस्या बन गया है। रेलवे की सभी समस्याओं की जड़ में पैसे की कमी को वजह बताया जाता है। इस वजह से न तो बुनियादी ढांचा मजबूत हो रहा है और न ही घोषणाओं पर क्रियान्वयन हो पा रहा है।
  • सेवाओं का घटिया स्तर रेलवे की स्थायी समस्या है। इक्का-दुक्का रेलगाड़ियों को छोड़कर ज्यादातर देरी से चलने के लिए विख्यात हैं। रेल में सफर करने वालों की यह सबसे बड़ी समस्या है।
  • सेवाओं से संबंधित और भी कई ऐसी समस्याएं हैं, जिनके बारे में रेल यात्रियों ने मान लिया है कि अगर रेल में सफर करना है तो इनके साथ चलने की आदत डाल लेनी चाहिए।
     

Created On :   16 March 2018 8:05 PM IST

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