पीएम मोदी का कांग्रेस को जवाब- हम नेम चेंजर नहीं, एम चेज़र्स हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान पीएम ने कहा कि 50 साल सत्ता में रहने के बाद जमीन से कट जाना स्वाभाविक है। मोदी ने कांग्रेस के नेम चेंजर वाले बयान का जवाब देते हुए कहा कि वह नेम चेंजर नहीं बल्कि ऐम (AIM) चेंजर हैं यानी लक्ष्य का पीछा करना उनका मकसद है। पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने कभी लाल किले से दूसरी सरकारों की तारीफ नहीं की।
मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति आर। वेंकटरमण की किताब का हवाला देते हुए कहा कि उसमें बोफोर्स घोटाले में कांग्रेस को कमिशन मिलने की बात कही गई थी। मोदी ने "आधार" का क्रेडिट लेने के आरोप पर भी कांग्रेस को जवाब दिया और कहा कि "आधार" अटल बिहारी वाजपेयी का विजन था।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के उस आरोप का जवाब भी दिया जिसमें कहा गया था कि मोदी सरकार कांग्रेस के शासनकाल में बनाई गई योजनाओं के नाम बदलकर वाह-वाही लूट रही है। उन्होंने कहा, "यहां जनधन योजना का उल्लेख किया गया। आपने कहा कि यह तो पहले भी हुआ था। तथ्यों को हमें स्वीकार करना चाहिए। सारे अकाउंट 2014 के बाद हमारी सरकार में खुले हैं। आप तथ्यों को ठीक कर लें तो सही होगा।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा "बीजेपी की आलोचना जमकर करनी चाहिए, मोदी की आलोचना कीजिए, आपको हक है, लेकिन बीजेपी की बुराइयां करते-करते आप भारत की बुराई करने लग जाते हैं। आप मोदी पर हमला बोलते-बोलते हिंदुस्तान पर हमला बोलने लग जाते हैं।"
प्रधानमंत्री ने इस दौरान मशहूर शायर बशीर बद्र के शेर का जिक्र करते हुए कहा- "जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता।" इसके साथ ही पीएम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं ने सत्ता में रहने के दौरान एक ही परिवार के गीत गाने में समय खपा दिया जिससे देश का विकास प्रभावित हुआ।"
लोकसभा में बोलते हुए पीएम ने कहा कि "मैं आपको इतिहास की एक बात बताता हूं, जब कांग्रेस कमेटी का चुनाव हुआ तो 12 में 9 लोगों ने सरदार पटेल को चुना था और 3 ने नोटा दबाया था।" उन्होंने कहा कि "अगर उस वक्त सरदार पटेल देश के प्रधानमंत्री बनते तो आज पूरा कश्मीर हमारा होता।" पीएम ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि "कुछ महीनों पहले कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में भी आपकी ही पार्टी के एक युवा नेता की आवाज दबाई गई। वो अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरना चाहता था।"
Created On :   8 Feb 2018 12:16 AM IST