मन की बात: गोबर-कचरे को बनाएं आय का जरिया, वैज्ञानिकों को किया याद
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को एक बार फिर रेडियो के जरिए देशवासियों से मन की बात की। पीएम मोदी की मन की बात का ये 41 वां संस्करण था। पीएम ने अपने मन की बात की शुरुआत वैज्ञानिकों का जिक्र करते हुए की।मोदी ने कहा कि इस देश ने विज्ञान के क्षेत्र में कई महान वैज्ञानिकों को जन्म दिया है। एक तरफ महान गणितज्ञ बौधायन, भास्कर, ब्रह्मगुप्त और आर्यभट्ट की परंपरा रही है। वहीं, दूसरी ओर चिकित्सा के क्षेत्र में चरक और सुश्रुत हमारे गौरव हैं. सर जगदीश चंद्र बोस और हरगोविंद खुराना से लेकर सत्येंद्र नाथ बोस जैसे वैज्ञानिक भारत के गौरव हैं।
मोदी ने कहा कि क्या कभी हमने सोचा है कि नदी हो या समुद्र हो, इसमें पानी रंगीन क्यों हो जाता है? यही प्रश्न 1920 के दशक में एक युवक के मन में आया था। इसी सवाल ने आधुनिक भारत के एक महान वैज्ञानिक को जन्म दिया।
गोबर-कचरे को बनाए आय का जरिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में गोबरधन योजना का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि गोबर और कचरे को आय का जरिया भी बनाएं। किसानों को गोबर की ब्रिक्री का सही दाम मिलेगा। गोबरधन योजना के ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफार्म बनेगा। इस दौरान पीएम ने ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित कचरा महोत्सव का जिक्र किया।
नारी शक्ति को किया याद
पिछली बार की तरह ही पीएम मोदी इस बार की मन की बात में भी नारी शक्ति का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि नारी शक्ति ने खुद को आत्मनिर्भर बनाया है। महिलाओं ने पुरुषों के साथ देश और समाज को भी आगे बढ़ाने का काम किया। पीएम ने कहा कि नारी का समग्र विकास, सशक्त नारी ही न्यू इंडिया है। पीएम ने कहा कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला-दिवस मनाया जाता है। इस दिन देश में नारी शक्ति पुरस्कार से ऐसी महिलाओं को सम्मान भी किया जाता है, जिन्होंने भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य किए हैं।
गौरतलब है कि पीएम हर महीने रेडियो के जरिए लोगों से रुबरु होते हैं। इस दौरान पीएम अपने मन की बात तो करते ही है, साथ ही आम जनता से जुड़े मुद्दों को भी उठाते है और लोगों की राय जानते हैं। मन की बात का रेडियो के अलावा सभी न्यूज चैनल पर इसका प्रसारण किया जाता है। रेडियो के अन्य स्टेशनों पर इसका स्थानीय भाषाओं में प्रसारण किया जाता है। कार्यक्रम आकाशवाणी और दूरदर्शन पर प्रसारित किया जाता है। प्रधानमंत्री कार्यालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा दूरदर्शन समाचार के यू-ट्यूब चैनलों पर भी यह उपलब्ध होता है।
बता दें कि अपनी पिछली मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारी शक्ति को लेकर बात की थी। पीएम ने समाज में नारी के स्थान, योगदान और सम्मान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा था हम आज बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं, लेकिन सदियों पहले हमारे शास्त्रों में नारी शक्ति को स्वीकार किया गया है और एक बेटी को 10 बेटों के बराबर बताया गया है। उन्होंने लक्ष्मी, सुभाषिनी और अरविंद का भी जिक्र किया था। पीएण इस दौरान पद्म पुरस्कार में किए गए बदलावों के बारे में बताया था।
Created On :   25 Feb 2018 8:47 AM IST