पीएम मोदी करेंगे 'खेलो इंडिया स्कूल गेम्स' का शुभारंभ, दिखेगी गुरु-शिष्य परंपरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में खेलों को बढ़ावा देने के मकसद से पहली बार "खेलो इंडिया स्कूल गेम्स" प्रतियोगिता की शुरुआत की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को इस प्रतियोगिता का उद्घाटन करेंगे। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में पीएम इसका उद्घाटन करेंगे। प्रतियोगिता 31 जनवरी से 8 फरवरी तक आयोजित होगी। 17 वर्ष से कम उम्र के युवा 16 खेलों में अपना जोहर दिखाएंगे। गुरु-शिष्य परंपरा उद्घाटन समारोह का आकर्षण रहेगी।
Prime Minister @narendramodi will launch the first Khelo India School Games at Indira Gandhi Indoor Stadium in New Delhi tomorrow.
— PMO India (@PMOIndia) January 30, 2018
The Khelo India programme has been introduced to revive the sports culture in India at the grass-root level by building a strong framework for all sports played in our country and establishing India as a great sporting nation.
— PMO India (@PMOIndia) January 30, 2018
कुल 673 पदक दांव पर
"खेलो इंडिया स्कूल गेम्स" के तहत तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बॉस्केटबाल, मुक्केबाजी, फुटबॉल, जिमनास्टिक्स, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, निशानेबाजी, तैराकी, वॉलीबाल, भारोत्तोलन, कुश्ती की प्रतियोगिताएं होंगी। इन स्कूल गेम्स में 199 स्वर्ण पदक, 199 रजत पदक और 275 कांस्य पदक दांव पर होंगे।
8 सालों तक पांच लाख रुपए
माना जा रहा है कि "खेलो इंडिया स्कूल गेम्स" से भारत की युवा खेल प्रतिभाएं उभरकर सामने आएंगी और इससे देश की खेल शक्ति का भी पता चलेगा। प्रधानमंत्री मोदी के विजन को ध्यान में रखते हुए "खेलो इंडिया स्कूल गेम्स" में युवा खेल प्रतिभाओं की पहचान की जाएगी और उन्हें भविष्य के चेम्पियन के रूप में विकसित करने में सहायता प्रदान की जाएगी। एक उच्च स्तरीय समिति युवा खेल प्रतिभाओं की पहचान करेगी और उन्हें आठ सालों तक पांच लाख रुपये प्रतिवर्ष की आर्थिक सहायता देगी।
गुरु-शिष्य परंपरा
खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के उद्घाटन समारोह की पहचान भारत की सबसे पुरानी गुरु-शिष्य परंपरा होगी। इस भव्य उद्घाटन समारोह में सभी की नजरें खेल जगत के कुछ शानदार गुरु और जाने-माने खिलाड़ियों की जोड़ी पर रहेंगी। इसका मकसद इस बात को सुनिश्चित करना है कि जिन दिग्गज खिलाड़ियों को उनके जिन कोचों ने खेल की बारिकियां सिखाईं उनको वाजिब सम्मान दिया जाए।
ये कहा खेल मंत्री ने
खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात पर बेहद जोर देते हैं कि यह समाज खेलों में भारत को सम्मान दिलाने वाले कोचों का सम्मान करे। खेल मंत्री ने कहा, "हमारे सामने कई ऐसे उदाहरण हैं जिनमें कोचों ने बड़ी भूमिका निभाई है और भारतीय खिलाड़ियों को सफलता दिलाई है। यह बेहद अच्छी बात है कि हम इस परंपरा को एक बार फिर वापस लेकर आ रहे हैं।"
गुरु-शिष्य की ये जोड़ियां होंगी शामिल
- तीरंदाजी (धमेंद्र तिवारी, डोला बनर्जी के साथ
- एथलेटिक्स ( पीटी ऊषा, टिंटु लुका और जिशना मैथ्यू के साथ)
- बैडमिटन (पुलेला गोपीचंद, सायना नेहवाल, पीवी सिंधु और किदाम्बी श्रीकांत के साथ)
- बास्केटबॉल (अमरजीत सिंह, विशेष भृगुवंशी के साथ)
- मुक्केबाजी (इबोम्चा सिंह, एमसी मैरीकोम और विकास कृष्ण के साथ)
- फुटबाल (सेवियो मेदेरा, बाइचुंग भूटिया और सुनील छेत्री के साथ)
- जिमनास्टिक ( विशेश्वर नंदी, दीपा करमाकर के साथ)
- हॉकी (हरेंद्र सिंह, सरदार सिंह और रानी के साथ)
- कबड्डी (बलंवत सिहं के साथ होंगे राहुल चौधरी और अजय ठाकुर)
- खो-खो (संजीव शर्मा के साथ होंगी सारिका काले)
- तैराकी (निहार अमीन के साथ होंगी वृद्धावल खाडे और श्रीहरि नटराजन)
- वॉलीबाल (जीई श्रीधरन के साथ वैष्णव और अखिन जीएस)
- भारत्तोलान (पाल सिंह संधू के साथ होंगी स्वाति सिंह और रवि कुमार)
- कुश्ती (सतपाल के साथ होंगे सुशील कुमार)
- कुश्ती (कुलदीप मलिक के साथ होंगी साक्षी मलिक)
Created On :   31 Jan 2018 8:12 AM IST