स्वच्छता सम्मेलन में बोले पीएम मोदी-अब बाबूगिरी नहीं सिर्फ गांधीगिरी, 4P फॉर्मूला भी दिया
- गांधी जयंती पर राष्ट्रपति भवन में अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन।
- पीएम ने कहा
- सरकारी दफ्तरों में अब बाबूगिरी नहीं सिर्फ गांधीगिरी चलती है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन को संबोधित किया।
- विश्व को स्वच्छ रखने के लिए पीएम ने 4P फॉर्मूला भी बताया।
- संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एनटोनियो गुतारेस भी शामिल हुए।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित स्वच्छता सम्मेलन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जी को याद करते हुए स्वच्छता का संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा, स्वच्छता के काम को लेकर सरकारी दफ्तरों में अब बाबूगिरी नहीं, सिर्फ गांधीगीरी चलती है। इतना ही नहीं पूरे विश्व को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पीएम मोदी ने 4P फॉर्मूला भी बताया।
Addressing the Mahatma Gandhi International Sanitation Convention. #Gandhi150 https://t.co/ORtPS7AYhu
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2018
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने की शिरकत
राष्ट्रपति भवन में अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एनटोनियो गुतारेस ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ यहां पर महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी प्रदर्शनी भी देखी।
विश्व को स्वच्छ बनाने के लिए 4P आवश्यक
स्वच्छता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषय पर दुनिया के कई देश यहां पर एक साथ हैं। स्वच्छता के मुद्दे पर कई देशों का एक साथ आना अपने आप में एक बड़ी घटना है। पीएम मोदी ने कहा, विश्व को स्वच्छ बनाने के लिए 4P- Political Leadership, Public Funding, Partnerships, People’s participation आवश्यक हैं।
स्वतंत्रता से पहले जरूरी है स्वच्छता
पीएम मोदी ने कहा, हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा करने में जुटे हुए हैं। गांधी ने कहा था, वह स्वतंत्रता और स्वच्छता में से पहले स्वच्छता को प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने 1945 में ग्रामीण स्वच्छता के बारे में लिखा भी था। गांधी दी सिर्फ गंदगी से बीमारियों के कारण ही स्वच्छता पर जोर नहीं देते थे, बल्कि जब हम गंदगी को दूर नहीं करते हैं तो वही अस्वच्छता हमारे अंदर आ जाती है। ये परिस्थिति को स्वीकार करने का कारण बन जाती है।
स्वच्छता अभियान दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन
पीएम मोदी ने कहा, 15 अगस्त को हमने लाल किले से स्वच्छता के बारे में बात की थी। आज स्वच्छता अभियान दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन बन गया है। 2014 से पहले ग्रामीण स्वच्छता का दायरा 38 प्रतिशत था। अब 94 प्रतिशत हो गया है। भारत में खुले में शौच से मुक्त गांवों की संख्या पांच लाख से ज्यादा है। भारत के 25 राज्य खुद को खुले में शौच से मुक्त बता चुके हैं।
90 फीसदी शौचालयों का हो रहा प्रयोग
पीएम मोदी ने दावा किया है, जितने शौचालयों का निर्माण हुआ हैं, उसमें 90 फीसदी से अधिक शौचालयों का प्रयोग हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने स्वच्छता से जुड़े कई लक्ष्यों की तारीख 2030 तक रखी है, लेकिन इस लक्ष्य को समय से पहले पूरा करेंगे। पीएम मोदी ने कहा, महात्मा गांधी विश्व मानव थे, उनके लिए कहा गया था कि सदियों के बाद जब कोई देखेगा कि ऐसा कोई इंसान नहीं हो सकता है।
Created On :   2 Oct 2018 1:49 PM IST