PNB स्कैम : नीरव मोदी के 30 करोड़ और इंपोर्टेड वॉच के 60 कंटेनर जब्त

PNB Scam ED Freezes Bank Accounts of Nirav Modi with Rs 30 Crore balance
PNB स्कैम : नीरव मोदी के 30 करोड़ और इंपोर्टेड वॉच के 60 कंटेनर जब्त
PNB स्कैम : नीरव मोदी के 30 करोड़ और इंपोर्टेड वॉच के 60 कंटेनर जब्त

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए 11,356 के फ्रॉड केस में शुक्रवार को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने नीरव मोदी के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी। शुक्रवार को ED ने नीरव मोदी की इंपोर्टेड वॉच से भरे 60 कंटेनरों को जब्त कर लिया, साथ ही 30 करोड़ रुपए के बैंक अकाउंट्स को भी फ्रीज कर लिया। इससे पहले गुरुवार को PNB घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी को बैंक ने लेटर लिखकर कहा है कि पैसा लौटाने का पुख्ता प्लान बताने को कहा है। बता दें कि गुरुवार को ED ने नीरव मोदी की 9 लग्जरी कारें और 94 करोड़ के शेयर्स भी जब्त किए हैं।

13 करोड़ के शेयर्स और 30 करोड़ जब्त

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को ED ने नीरव मोदी के ठिकानों पर फिर छापेमारी की। इस दौरान ED ने नीरव मोदी की इंपोर्टेड वॉच से भरे 60 प्लास्टिक कंटेनरों को जब्त कर लिया, साथ ही 30 करोड़ रुपए के बैंक अकाउंट्स को भी फ्रीज कर लिया। इसके साथ ही ED ने नीरव मोदी की कंपनी के 13.86 करोड़ रुपए के शेयर्स और 176 स्टील की अलमारियों को भी जब्त कर लिया है।

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PNB ने कहा- पैसा लौटाने का प्लान बताएं

इससे पहले गुरुवार को PNB के इंटरनेशनल बैंकिंग डिविजन के मैनेजर अश्वनी वत्स ने नीरव मोदी को एक लेटर लिख पैसा लौटाने का प्लान बताने को कहा है। ईमेल के जरिए लिखे गए इस लेटर में वत्स ने नीरव से कहा है कि "आपने (नीरव) पूरा पैसा लौटाने के लिए जो वादा किया था उसके साथ न तो कोई तय वक्त बताया गया था और न नही भरोसे के लिए कुछ रकम दी गई थी। अगर अब आपके पास पैसा लौटाने का कोई तरीका है तो वह हमें बताएं।" ईमेल में ये भी लिखा है कि "आपने गलत ढंग से बैंक अधिकारियों की मदद से सारे LOUs हासिल किए। किसी भी तरह से हमारे बैंक की ओर से आपकी तीनों पार्टनर कंपनियों को कोई सहूलियत नहीं दी गई थी। जिस दौरान इन गतिविधियों का खुलासा हुआ, फिर जांच में खुलासा हुआ FEMA और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है। कानून के मुताबिक, बैंक के पास हक था कि वह इन गतिविधियों को रोके और ED ने जो भी कार्रवाई की हैं वो भी सही हैं।"

 

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नीरव की 9 लग्जरी कारें जब्त

गुरुवार को ED ने नीरव मोदी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसकी 9 लग्जरी कारों को जब्त कर लिया है। इन कारों की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। इनमें से सिर्फ एक रॉल्स रॉयस घोस्ट की कीमत ही 6 करोड़ रुपए है। जब्त की गई कारों में 2 मर्सिडीज बेंज GL 350, एक पोर्शे पैनामेरा, 3 होंडा सिटी कार, 1 टोयोटा फॉर्च्युनर और 1 टोयोटा इनोवा शामिल है।

94 करोड़ के शेयर्स भी फ्रीज 
 
इसके साथ ही ED ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ग्रुप के 94 करोड रुपए के शेयर्स भी गुरुवार को जब्त कर लिए गए। इसमें नीरव के 7.80 करोड़ रुपए के शेयर और म्युचल फंड्स हैं। जबकि मेहुल के गीतांजली ग्रुप के 86.72 करोड़ के म्युचल फंड्स और शेयर्स हैं। दरअसल, नीरव-मेहुल पर शिकंजा कसने के लिए CBI और ED ने नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज सर्विसेस लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरीज सर्विसेस लिमिटेड (CDSL) से मेहुल चौकसी के शेयर्स को फ्रीज करने को कहा था। जिसके बाद NSDL और CDSL ने इन शेयर्स को जब्त कर लिया है। बता दें कि जब तक PNB घोटाले की जांच पूरी नहीं हो जाती है, तब तक ये शेयर्स जब्त ही रहेंगे।

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क्या है  PNB घोटाला? 

देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक कहे जाने वाले पंजाब नेशनल बैंक में पिछले दिनों 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले होने का खुलासा हुआ है। ये घोटाला बैंक की मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में हुआ। इस घोटाले की शुरुआत 2011 में हुई थी और पिछले 7 सालों में हजारों करोड़ रुपए फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिए गए। दरअसल, डायमंड करोबारी नीरव मोदी और उनके साथियों ने साल 2011 में डायमंड इंपोर्ट करने के लिए लाइन ऑफ क्रेडिट के लिए पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच से कॉन्टेक्ट किया। आमतौर पर बैंक विदेशों से होने वाले इंपोर्ट के लिए LOU जारी करता है। इसका मतलब ये है कि बैंक नीरव मोदी के विदेश में मौजूद सप्लायर्स को 90 दिन के लिए भुगतान करने को राजी हुआ और बाद में पैसा नीरव को चुकाना था। इन्हीं फर्जी LOU के आधार पर भारतीय बैंकों की विदेशी ब्रांचों ने PNB को लोन देने का फैसला लिया गया। इस घोटाले को खुलासा तब हुआ, जब PNB के भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी रिटायर हो गए और नीरव मोदी की कंपनी ने जनवरी में दोबारा से LOU जारी करने की सिफारिश की। नए अधिकारियों ने ये गलती पकड़ ली और घोटाले की जांच शुरू कर दी। बैंक के मुताबिक, जनवरी में इस फर्जीवाड़े का पता चला तो 29 जनवरी को सीबीआई में शिकायत की और 30 जनवरी को FIR दर्ज हो गई।

Created On :   23 Feb 2018 11:25 AM IST

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